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Mithila Famous Mithai: मिथिला में ये मिठाइयां इस कदर प्रसिद्ध हैं कि चाहे कोई त्योहार हो या शुभ काम, बिना इनके पूरा नहीं होता. खास बात यह है कि चाहे कितने भी नये तरह के आइटम आ जाएं पर इन पारंपरिक स्वीट्स के आगे सब फेल हैं. इनकी खास बात यह है कि इन्हें महलों वाले भी खाते हैं और झोपड़ी वाले भी खरीद सकते हैं.

मिथिला की खास मिठाइयों की बात करें तो एक नाम नहीं लिया जा सकता. यहां की कई मिठाई काफी फेमस हैं जिन्हें अमीर से लेकर झोपड़ी में रहने वाले तक खरीदते है. जैसे पेड़ा, यह एक महत्वपूर्ण मिठाई है, जो अपने स्वाद और सांस्कृतिक महत्व के लिए जानी जाती है. खोया से तैयार की जाने वाली यह मिठाई मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है और हर खुशी के मौके पर परोसी जाती है. ड्राई फ्रूट्स मिलाकर बनाई जाने वाली यह मिठाई मिथिला के मीठ स्वाद का प्रतीक है.

मिथिला में मैदा और चीनी से बनने वाली खाजा मिठाई भी बहुत फेमस है. यहां पर चाहे मुंडन, जनेऊ, शादी हो या किसी के यहां भोज हो, मीठ में खाजा का इस्तेमाल जरूर करते हैं. यह कह सकते हैं कि ये यहां की पारंपरिक मिठाई के तौर पर जाना जाता है. इसे आप किसी चौक-चौराहे पर भी खरीद सकते हैं या ऑर्डर देकर बनवा सकते हैं. बहुत सारे लोग इसे घर पर भी बनाकर खाते हैं.

मैदा और मेजन को मैश कर बनायी जाने वाला मिठाई गाजा, मिथिला के लिए एक पारंपरिक मिठाई है. दरअसल आज लोग बड़े चाव से रसगुल्ला, गुलाब जामुन खाते हैं लेकिन जब लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी या फिर इतनी सुविधा नहीं थी उस दौर से यह मिठाई चलती आ रही है. इसे आज भी हम प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं. चाहे 56 भोग लगाएं लेकिन शुभ काम के लिए गाजा मिठाई का भोग ही लगाते हैं. गांव की छोटी-मोटी दुकान से लेकर शहर की बड़ी दुकानों में यह आपको कहीं भी आसानी से मिल जाएगा.
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मिथिला में मिठाइयों का महत्व न केवल स्वाद के लिए है, बल्कि यह सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का भी हिस्सा है. जैसे कि यहां चोरचन, छठ, शादी और बेटी की विदाई के मौके पर परीकिया बनायी जाती है. यह खोया भरकर और सूजी वाली दोनों बनाई जाती है, जो प्रसाद के रूप बांटकर खाते हैं. यह स्वादिष्ट होती है और जल्दी खराब नहीं होती.

लड्डू का प्रचलन आज के दौर में न सिर्फ मधुबनी या मिथिला में बल्कि पूरे भारत में ही है. कोई भी खुशी का मौका हो, लड्डू खिलाने की बात जरूर उठती है. पूजा पाठ से लेकर, खुशी के मौके पर मुंह मीठा कराना हो या किसी भी शुभ काम में लड्डू जरूर बांटे जाते हैं. कितनी भी नई तरह की मिठाइयां आ जाएं लेकिन इस पारंपरिक मिठाई की डिमांड में न कमी आती है न इसके प्रति लोगों का प्यार कम होता है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/recipe-5-famous-sweets-of-mithila-festival-special-cheap-traditional-mithai-local18-ws-l-9873103.html







