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Patharchatta Health Benefits: Bharat.one से बातचीत के दौरान वैद्य जमुना प्रसाद यादव बताते है कि पत्थरचट्टा की पत्ती में कई तरह के खनिज, विटामिन और प्राकृतिक तत्व पाए जाते है. यह शरीर के अंदर सूजन कम करने, दर्द को शांत करने और पथरी जैसी समस्याओं में मदद करने के लिए जाना जाता है. यही कारण है कि इसका इस्तेमाल आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में काफी समय से किया जाता रहा है.

जड़ी-बूटियों और देसी इलाज के मामलों में भारत हमेशा आगे रहा है. ऐसे ही एक खास पौधे का नाम है पत्थरचट्टा. इसे कई जगह पाथरचूर, पाषाणभेद, अरण्डखाड़ी, या ब्रायोफिलम (Bryophyllum Pinnatum) भी कहा जाता है. इसकी सबसे खास बात यह है कि इसकी पत्तियां इतनी शक्तिशाली मानी जाती है कि यह कई तरह की बीमारियों में लाभ पहुंचाती हैं. इसी वजह से गांवों में लोग इसे अपने घरों के आंगन या गमले में लगाए हुए पाए जाते हैं. जमुना प्रसाद यादव बताते हैं कि पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक पौधा है, जिसकी मोटी, हरी और रसीली पत्तियां होती हैं. इसकी पत्तियों में प्राकृतिक रस भरा होता है. यह पौधा बहुत जल्दी बढ़ जाता है और इसके पत्ते तोड़कर मिट्टी पर रखने से भी नया पौधा तैयार हो जाता है. इसी गुण के कारण यह पौधा काफी लोकप्रिय है.

किडनी स्टोन (पथरी) में राहत: पत्थरचट्टा की पत्ती पथरी को तोड़ने में मदद करती है. लोग इसकी पत्तियों का रस निकालकर पीते हैं, जिससे पेशाब प्रणाली साफ होती है और पथरी धीरे-धीरे गलने लगती है. यदि आप पथरी के मरीज है तो आप सुबह पत्थरचट्टा का एक पत्ती का रस निकालकर सेवन करते हैं तो धीरे-धीरे आपकी पथरी सही हो जाएगी.

घाव भरने में उपयोगी: इसकी पत्तियां एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होती हैं. यदि किसी को चोट लगी हो या जल गया हो, तो इसकी पत्ती को मसल कर लगाने से घाव जल्दी भरने लगता है. याद पत्थरचट्टा की पत्ती को जिस जगह पर घाव है या जल गए हैं. तो वहां पर इसका लेप लगाने से भी आराम मिलता है. पेट दर्द और गैस में आराम: पत्ती का रस पेट के दर्द, गैस और बदहजमी जैसी समस्याओं में राहत देता है. पत्थरचट्टा के पत्ते का रस निकालकर एक गिलास पानी में मिलकर यदि आप प्रतिदिन सुबह इसका सेवन करते हैं तो पेट के कई समस्याओं से आराम मिल सकता है.
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खांसी-जुकाम में फायदेमंद: इसकी पत्ती का काढ़ा बनाकर पीने से खांसी और जुकाम में राहत मिलती है. बच्चों में भी इसका उपयोग सुरक्षित माना जाता है. खांसी जुकाम से परेशान है तो सुबह-सुबह पत्थरचट्टा के पत्ते का काढ़ा बनाकर पीने से खांसी जुकाम से राहत मिलता है.

सूजन और दर्द में उपयोगी: पत्थरचट्टा की पत्ती को हल्का गर्म करके दर्द वाली जगह पर लगाने से सूजन कम होती है. यह एक प्रकार का प्राकृतिक दर्द नाशक है. यदि आपको सूजन और दर्द हो रहा है तो आपके लिए पत्थरचट्टा की पत्ती एक लाभकारी और घरेलू उपाय साबित हो सकता है पत्थरचट्टा की पत्ती को गर्म करके जिस जगह पर सूजन या दर्द हो रहा है वहां पर लगाने से सूजन और दर्द से आराम मिलता है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-patharchatta-leaf-is-a-boon-for-health-beneficial-in-many-diseases-learn-how-to-use-it-local18-9879524.html







