जब साइंटिस्ट ने कुछ चूहों में एंजाइम को ब्लॉक किया, तो नतीजे बेहद चौंकाने वाले थे. शराब पीने के बाद भी लिवर में सूजन नहीं हुई. फैट जमा होने के शुरुआती संकेत गायब थे और लिवर सेल्स सेफ दिखे. इसका मतलब है कि अगर इस एंज़ाइम को किसी दवा के जरिए रोक दिया जाए तो शराब से होने वाला नुकसान काफी हद तक रोका जा सकता है. साथ ही चूहों में शराब पीने के पैटर्न भी कम हुआ.
भारत के लिए अहम हो सकता है
भारत में अत्यधिक शराब की पीने के कारण होने वाली मौतों की संख्या एक गंभीर समस्या है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और लैंसेट पब्लिक हेल्थ के अनुसार, शराब से संबंधित मौतें भारत में तेजी से बढ़ रही हैं. साल 2019 में, भारत में शराब के कारण होने वाली मौतों की दर प्रति एक लाख लोगों पर लगभग 30.5 थी, जो 2020 तक बढ़कर 38.5 हो गई.
शराब के कारण से भारत में हर लाखों मौतें होती हैं, इनमें हृदय रोग, कैंसर और सड़क दुर्घटनाएं शामिल हैं. लैंसेट की एक स्टडी के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 2019 में शराब से 2.6 मिलियन मौतें हुईं, जिनमें से पुरुषों में 2 मिलियन और महिलाओं में 0.6 मिलियन शामिल हैं.
नेचर मेटाबॉलिज्म में पब्लिश यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो एंशुट्ज़ के रिसर्चर्स की एक स्टडी के अनुसार, अल्कोहल एक ऐसे मेटाबॉलिक पाथवे को एक्टिव कर देता है जो शरीर के भीतर फ्रक्टोज़ का बनना शुरू कर देता है. ये फ्रक्टोज ही लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं.
क्यों अहम ये रिसर्च
यह रिसर्च इसलिए भी अहम है क्योंकि वर्तमान में अल्कोहल-सम्बंधित लिवर डिज़ीज़ का कोई ठोस इलाज नहीं है. डॉक्टर आमतौर पर शराब कम करने या पूरी तरह छोड़ने की सलाह देते हैं, क्योंकि दवाओं से इन बीमारियों को रोका नहीं जा सकता. लेकिन यह रिसर्च भविष्य में एक नई दवा विकसित करने की उम्मीद जगाती है जो सीधे इस एंज़ाइम को टारगेट करेगी और लिवर को नुकसान से बचाएगी.
लिवर से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या काफी डराने वाला है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज की स्टडी 2017 के अनुसार, सिरोसिस (लिवर सिरोसिस) पूरी दुनिया में 1.32 मिलियन मौतों का कारण बनी.
भारत में शराब से होने वाले लिवर की बीमारियां, जैसे फैटी लिवर और सिरोसिस, की वार्षिक घटनाएं 10-15 मिलियन के आसपास हो सकती हैं, हालांकि सटीक आंकड़े सीमित हैं. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, लिवर सिरोसिस में शराब का योगदान 50-70% तक होता है, और भारत में अनियमित शराब की उच्च उपलब्धता से क्षति के मामले बढ़ते हैं.
शराब पीना सुरक्षित नहीं होगा
हालाँकि वैज्ञानिकों ने यह भी साफ किया है कि इसका मतलब यह नहीं कि शराब पीना सुरक्षित हो जाएगा. यह तरीका सिर्फ लिवर डिज़ीज़ के जोखिम को कम कर सकता है. अल्कोहल के अन्य नुकसान जैसे हार्ट डिज़ीज़, कैंसर, या मानसिक स्वास्थ्य पर असर फिर भी बने रहेंगे.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-no-addiction-no-liver-damage-will-alcohol-related-illnesses-be-eradicated-sjn-9884005.html







