Peanuts Common Side Effects: सर्दियों में अधिकतर लोगों को मूंगफली खाना पसंद होता है. मूंगफली को गरीबों का बादाम भी कहा जाता है, क्योंकि यह सस्ती होने के बावजूद पोषक तत्वों में बादाम को टक्कर देती है. ठंड के मौसम में मूंगफली लगभग हर घर में खाई जाती है. प्रोटीन, हेल्दी फैट, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर मूंगफली सेहत के लिए किसी सुपरफूड से कम नहीं मानी जाती है. आमतौर पर मूंगफली को सभी लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों को मूंगफली खाने से बचना चाहिए. जो लोग पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें मूंगफली का सेवन सावधानी के साथ करना चाहिए. मूंगफली शरीर में एलर्जिक रिएक्शन, पाचन समस्या या गंभीर सूजन तक पैदा कर सकती है.
नोएडा के डाइट मंत्रा क्लीनिक की डाइटिशियन कामिनी सिन्हा ने Bharat.one को बताया कि मूंगफली सेहत के लिए फायदेमंद होती है. खासकर सर्दियों में इसका सेवन करने से गजब के फायदे मिल सकते हैं. हालांकि कुछ लोगों को पीनट एलर्जी होती है. ऐसे लोगों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए. इन लोगों को मूंगफली खाने से सांस लेने में कठिनाई, त्वचा पर लाल दाने, गले में सूजन, उल्टी या पेट दर्द हो सकता है. अगर किसी व्यक्ति को पहले मूंगफली से एलर्जी हो चुकी है, तो उसे किसी भी रूप में मूंगफली नहीं खानी चाहिए. ऐसा करना कई बार गंभीर हो सकता है और जान के लिए खतरा पैदा हो सकता है.
ऐसे लोग मूंगफली से करें परहेज
डाइटिशियन की मानें तो मूंगफली में फैट की मात्रा काफी होती है और यह पचने में भारी भी होती है. पेट के अल्सर, एसिडिटी, गैस्ट्राइटिस या बार-बार गैस बनने वाले लोगों को मूंगफली अवॉइड करनी चाहिए. ऐसे लोग ज्यादा मूंगफली खाएंगे, तो पेट दर्द, भारीपन, जलन और गैस की समस्या बढ़ सकती है. जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर है, उन्हें भी मूंगफली से परहेज करना चाहिए.
मूंगफली सेहतमंद है, लेकिन इसमें कैलोरी बहुत ज्यादा होती है. 100 ग्राम मूंगफली में लगभग 560 से 600 कैलोरी तक हो सकती है. ऐसे में मोटापा कम करने की कोशिश कर रहे लोग इसे अवॉइड करें. वेट लॉस या डायटिंग कर रहे लोगों को मूंगफली बेहद कम मात्रा में खानी चाहिए. इसके अलावा हाई कोलेस्ट्रॉल वाले मरीजों को भी रोज एक मुट्ठी से ज्यादा मूंगफली नहीं खानी चाहिए.
किडनी पेशेंट्स के लिए मूंगफली नुकसानदायक हो सकती है. दरअसल मूंगफली में पोटैशियम और फॉस्फोरस दोनों ज्यादा होते हैं. किडनी कमजोर होने पर ये दोनों मिनरल्स शरीर से बाहर नहीं निकलते और स्तर बढ़ने पर दिल और मसल्स पर बुरा असर डालते हैं. यही कारण है कि क्रॉनिक किडनी डिजीज, डायलसिस या किडनी फेलियर वाले मरीज मूंगफली डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल न खाएं.
जिन लोगों को घुटने के दर्द या आर्थराइटिस की समस्या है, उन लोगों को भी मूंगफली से परहेज करना चाहिए. कई लोगों में मूंगफली का असर सूजन बढ़ाने वाला हो सकता है. अगर किसी को पहले से जोड़ों में दर्द या आर्थराइटिस की समस्या हो, तो मूंगफली यह परेशानी बढ़ा सकती है. कुछ व्यक्तियों में मूंगफली का ओमेगा-6 फैट शरीर में सूजन बढ़ा सकता है, जिससे जोड़ों में जकड़न, दर्द, सूजन ज्यादा महसूस होने लगती है. ऐसे मरीजों को मूंगफली या इसके तेल का सेवन नहीं करना चाहिए.
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