Mars In 8th House: ज्योतिष में आठवां भाव हमारे जीवन के रहस्यों, गुप्त मामलों, साझा संपत्ति, पैतृक संपत्ति, जीवन साथी के साथ गहरे संबंध और अचानक बदलावों से जुड़ा माना जाता है. जब मंगल ग्रह इस भाव में मौजूद होता है, तो यह हमारे जीवन में एक तरह की ऊर्जा और तीव्रता लेकर आता है. मंगल की स्वभावगत तेज़ी और आठवें भाव की गहराई मिलकर व्यक्ति को साहस, आत्मविश्वास और कभी-कभी जटिल परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति देती है. यह स्थिति उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है जिनके जीवन में गुप्त रहस्य, निवेश, बीमा, ऋण या किसी प्रकार की साझेदारी से जुड़े फैसले शामिल हों. मंगल की आग व्यक्ति को न सिर्फ अपनी इच्छाओं के प्रति प्रबल बनाती है, बल्कि कभी-कभी अनियंत्रित क्रोध और जल्दबाजी से परेशानी भी पैदा कर सकती है, अगर सही तरीके से समझा और संभाला जाए, तो यह योग व्यक्ति को आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत बना सकता है. वहीं, ध्यान न देने पर यह अनजाने में तनाव, संपत्ति से जुड़ी जटिलताओं और संबंधों में खटास भी ला सकता है. इसलिए ज्योतिष में इस स्थिति को सही उपाय और समझ के साथ संभालना बहुत जरूरी माना जाता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.
सकारात्मक प्रभाव
1. आर्थिक लाभ और निवेश में सफलता: मंगल आठवें भाव में होने से व्यक्ति को निवेश, बीमा और शेयर बाजार जैसे क्षेत्रों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
2. साहस और मानसिक शक्ति: मुश्किल और तनावपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने में व्यक्ति मजबूत और आत्मविश्वासी बनता है.
3. गुप्त रहस्यों की समझ: व्यक्ति दूसरों के मन और गुप्त मामलों को समझने में दक्ष हो जाता है.
4. साझेदारी में मजबूती: जीवन साथी और साझेदारों के साथ संबंध मजबूत और गहरे होते हैं.
नकारात्मक प्रभाव
1. क्रोध और आवेग: मंगल की तेज़ी कभी-कभी अनियंत्रित क्रोध और जल्दबाजी की स्थिति ला सकती है.
2. संपत्ति से जुड़ी परेशानियां: अचानक आर्थिक नुकसान या संपत्ति को लेकर तनाव का सामना करना पड़ सकता है.
3. साझेदारी में विवाद: अगर समझदारी न दिखाई जाए तो संबंधों में मतभेद और दूरी आ सकती है.
4. स्वास्थ्य पर असर: मानसिक तनाव और अचानक की चुनौतियों के कारण नींद और स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है.
आसान उपाय
1. लाल वस्त्र और बलिदान: मंगलवार को लाल रंग का कोई वस्त्र पहनें और किसी जरूरतमंद को लाल वस्त्र दान करें.
2. मंत्र और ध्यान: “ॐ अंगारकाय नमः” का जाप करने से मंगल की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
3. धैर्य और संयम: क्रोध और जल्दबाजी को नियंत्रित करने के लिए रोज़ ध्यान और प्राणायाम करें.
4. साझेदारी में पारदर्शिता: आर्थिक और व्यक्तिगत फैसलों में हमेशा खुलापन और ईमानदारी रखें.
5. सूर्य और मंगल का पूजन: मंगलवार को सूर्य और मंगल की पूजा करने से मानसिक तनाव कम होता है.
मंगल का आठवें भाव में होना व्यक्ति के जीवन में गहरी और तीव्र ऊर्जा लाता है. यह स्थिति साहस, मानसिक शक्ति और आर्थिक सफलता के लिए लाभकारी हो सकती है, लेकिन अगर संयम और समझदारी न दिखाई जाए तो यह क्रोध, तनाव और संपत्ति से जुड़ी जटिलताएं भी पैदा कर सकती है. सही उपाय और ध्यान से व्यक्ति इस योग का पूरा लाभ उठा सकता है.







