Last Updated:
Sonmer Maa Durga Mandir : झारखंड के सोनमेर में मां दुर्गा का 10 भुजाधारी एक मंदिर है. यहां दुर्गा मां की पूजा होती है. यहां एक लाल मुर्गा चढ़ाने की अनोखी मान्यता है. यहां दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है.
रांची : झारखंड की राजधानी रांची से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर सोनमेर मंदीर स्थित है. जहां पर दुर्गा मां के 10 भूजा वाली प्रतिमा की पूजा की जाती है. यहां के पाहन (पुजारी) सुरेश बताते हैं कि अगर कोई लापता है और दुर्गा मां से मांगने पर तो वह वापस घर लौट आता है. किसी की गाड़ी चोरी हो गई है, तो माता उसे उसके घर तक भेजवा देती हैं. ऐसी मान्यता यहां पर मानी जाती है. आइये जानते हैं इसके महत्व के बारे में..
शादी न होने पर इस मंदिर में करें दर्शन-पूजन
पुजारी ने बताया कि यहां की मान्यता है कि अगर किसी की शादी नहीं हो रही है, तो माता शादी भी करवा देती हैं. किसी का पति छोड़कर चला गया है, तो उसका पति उसके पास वापस लौट आता है. ऐसी कई मन्नतों को पूरी करने वाली दुर्गा माता के दरबार में रोजाना भक्तों की भीड़ लगी रहती है. लाखों आदिवासियों एवं गैर आदिवासियों का यह मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है. खूंटी के कर्रा स्थित इस सोनमेर माता के मंदिर की मान्यता बहुत ही अनोखी है.
10 भुजाधारी सोनमेर माता दुर्गा मां के दरबार में सालों भर भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन प्रत्येक मंगलवार को 10 भुजा वाली माता की पूजा से विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती है. यहां पर आपको अपने घर से एक लाल मुर्गा लाना होगा. ध्यान रहे कि आपको यहां पर खरीदना नहीं है. आप जहां हैं, वहीं से लाना होगा और यह प्रसाद के रूप में ऊपर चढ़ा देना होता है.
अपने घरेलू भाषा में करें पूजा-पाठ
यहां के पुजारी बताते हैं कि यहां पर सारे लोग अपने जो घर का जो एकदम ठेठ भाषा होती है. जैसे कोई बिहारी है तो मघी में , कोई आदिवासी है तो मुंडारी भाषा में बोलेगा. मतलब की जिसकी जो भाषा है. वह उसी भाषा में यहां पर प्रार्थना करे. यहां भारत में भले आप शुद्ध हिंदी और अंग्रेजी बोलते हैं, लेकिन जब भी विपत्ति आती है, तो आपके मुंह से हमेशा अपनी लोकल भाषा ही निकली है. बिल्कुल उसी भाषा में यहां पर आपको प्रार्थना करना है, तो माता रानी जल्दी सुनती हैं.
जानें कैसे पहुंचें इस मंदिर में
51 फीट ऊंचाई पर स्थित सोनमेर मंदिर जिला मुख्यालय खूंटी से 10 किलोमीटर दूर है. राजधानी रांची से यहां पहुंचने के लिए लोधमा भाया कर्रा होते हुए 45 किलोमीटर, बेड़ो से 32 किलोमीटर और सिसई से 60 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. रांची रेलवे स्टेशन से यह मंदिर लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां जाने के लिए पूरी पक्की सड़क बनाई गई है.
About the Author
बृजेंद्र प्रताप सिंह डिजिटल-टीवी मीडिया में लगभग 4 सालों से सक्रिय हैं. मेट्रो न्यूज 24 टीवी चैनल मुंबई, ईटीवी भारत डेस्क, दैनिक भास्कर डिजिटल डेस्क के अनुभव के साथ 14 मई 2024 से News.in में सीनियर कंटेंट राइटर…और पढ़ें







