Tuesday, December 16, 2025
30 C
Surat

घी-बाटी, चूरमा, घेवर-रबड़ी या पनीर टिक्की, लेना है ऑथेंटिक राजस्थानी स्वाद तो आएं यहां, खुशबू से महक रहा मैदान


Last Updated:

Rajasthani Taste In Jamshedpur: राजस्थान का स्वाद जमशेदपुर में लेना है तो गोपाल मैदान के इस स्टॉल पर जाइये. ऑथेंटिक टेस्ट और इतनी वैरायटी की आप सोच नहीं पाएंगे, क्या छोड़ें, क्या खाएं. घी में डूबी बाटी, चूरमा दाल के साथ ही इनका मूंग दाल का हलवा बहुत पसंद किया जा रहा है.

ख़बरें फटाफट

जमशेदपुर. सर्दियों के मौसम में गरमागरम और देसी स्वाद का आनंद लेने का मन हर किसी का करता है. ऐसे में जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान इन दिनों राजस्थानी व्यंजनों की खुशबू से महक रहा है. खास राजस्थान से स्वराज जी अपने साथ शुद्ध और पारंपरिक राजस्थानी खाने की ढेरों वैरायटी लेकर आए हैं. उनकी दुकान ‘पधारो मारे देश’ लोगों को न सिर्फ स्वाद, बल्कि राजस्थान की संस्कृति का एहसास भी करा रही है. यहां सुबह से लेकर देर शाम तक खाने के शौकीनों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिल रही है.

शुद्ध देसी घी का खाना
इस स्टॉल की सबसे बड़ी खासियत है शुद्ध देसी घी में बना खाना. राजस्थानी भोजन वैसे भी कम मसाले और कम तेल में तैयार किया जाता है, जिससे यह स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बेहतर माना जाता है. सर्दियों में देसी घी शरीर को भरपूर ताकत देता है, यही वजह है कि लोग यहां बार-बार खिंचे चले आ रहे हैं. किफायती दामों में मिलने वाला यह स्वाद लोगों को और भी पसंद आ रहा है.

घी-बाटी-चूरमा बना पहली पसंद
यहां मिलने वाली दाल-बाटी-चूरमा लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. घी में डूबी गरमागरम बाटी, खुशबूदार दाल और मीठा चूरमा – तीनों का मेल ऐसा है कि एक बार खाने वाला दोबारा जरूर लौटता है. वहीं, घी वाला मूंग दाल का हलवा सर्दियों में खास आकर्षण है. हलवे की खुशबू दूर से ही लोगों को अपनी ओर खींच लेती है और इसका स्वाद लंबे समय तक याद रहता है.

मीठा-नमकीन सबका इंतजाम
मीठे के शौकीनों के लिए यहां रबड़ी घेवर और इमरती भी उपलब्ध है, जो राजस्थानी मिठाइयों की पहचान मानी जाती हैं. रबड़ी में डूबा घेवर और कुरकुरी इमरती बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को खूब भा रही है. इसके अलावा पनीर की टिक्की, मूंग दाल के पकोड़े और आलू-प्याज की कचौड़ी भी लोगों के बीच खासे लोकप्रिय हैं.

याद आता है राजस्थान
पनीर की टिक्की खाने आए रमेश जी बताते हैं कि जमशेदपुर में इस तरह की पनीर टिक्की आसानी से नहीं मिलती. यहां शुद्ध देसी घी में बनी टिक्की का स्वाद लाजवाब है और इसकी खुशबू दूर तक महसूस होती है. उनका कहना है कि इस तरह का स्वाद उन्हें राजस्थान की याद दिला देता है.

राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद
कुल मिलाकर, ‘पधारो मारे देश’ इस सर्दी जमशेदपुरवासियों के लिए स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम बन चुका है. अगर आप भी सर्दियों में कुछ खास, देसी और पारंपरिक खाने का मजा लेना चाहते हैं, तो बिष्टुपुर के गोपाल मैदान जरूर पहुंचिए और राजस्थानी व्यंजनों का आनंद लीजिए.

About the Author

authorimg

Raina Shukla

बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज़्म में मास्टर्स, गोल्ड मेडलिस्ट. पत्रकारिता का सफर दैनिक जागरण से शुरू हुआ, फिर प्रभात खबर और ABP न्यूज़ से होते हुए Bharat.one Hindi तक पहुंचा. करियर और देश की …और पढ़ें

homelifestyle

घी-बाटी, चूरमा, घेवर-रबड़ी या पनीर टिक्की, लेना है राजस्थानी स्वाद तो यहां आएं


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-rajasthani-taste-in-city-bati-churma-gopal-maidan-sweer-namkeen-local18-ws-l-9958166.html

Hot this week

Topics

spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img