Street Food Special: राजस्थान का सीकर शहर स्वादिष्ट व्यंजनों के जायके के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां के व्यजनों का स्वाद अपनी अलग पहचान रखता है. यहां की कई लोकल डिशेज आम लोगों के लोगों की जुबान पर चढ़ी हुई है. मोतीचूर के लड्डू और दही बड़े के अलावा यहां की मुड़ी भी बहुत प्रसिद्ध है. सीकर शहर में खास तौर पर महावीर जी की वजह से बेहद फैमस है. जब भी शेखावाटी के स्वाद की बात होती है, तो महावीर जी की मुड़ी का नाम अपने आप सामने आ जाता है. यह सिर्फ एक स्ट्रीट फूड नहीं, बल्कि यहां की फूड कल्चर का हिस्सा बन चुकी है, जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं.
सीकर में गुलाबी देवी स्कूल के पास महावीर जी की छोटी-सी दुकान है, लेकिन स्वाद के मामले में यह जगह बहुत बड़ी पहचान रखती है. महावीर जी कई तरह की मुड़ी बनाते हैं, लेकिन उनकी बाडियाबास मुड़ी सबसे ज्यादा पॉपुलर है. कहा जाता है कि इस मुड़ी में मिर्च ज्यादा डाली जाती है, जिससे इसका टेस्ट और भी खास हो जाता है. तीखा पसंद करने वाले लोग दूर-दूर से यहां आते हैं. लोकल लोगों के साथ-साथ बाहर से आने वाले फूड लवर्स भी इस अनोखे स्वाद का मजा लेने जरूर पहुंचते हैं.
दोपहर से रात तक ग्राहकों की भीड़
महावीर जी रोजाना दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक मुड़ी बेचते हैं. इस दौरान उनकी दुकान पर अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिलती है. मुड़ी वैसे तो महाराष्ट्र की फैमस डिश मानी जाती है, लेकिन सीकर में इसने अपना अलग ही रूप ले लिया है. हर कोई मुड़ी बनाता है, लेकिन महावीर जी की मुड़ी इसलिए खास है क्योंकि उसमें उनका एक्सपीरियंस झलकता है. खुद महावीर जी कहते हैं कि एक्सपीरियंस सबसे अच्छा मास्टर होता है, और यही बात उनकी मुड़ी के टेस्ट में साफ महसूस होती है.
3 पीढ़ियों से चला आ रहा है स्वाद
महावीर जी ने मुड़ी बनाने की कला अपने पिताजी से सीखी थी. इसके बाद उन्होंने यह हुनर अपने बेटों को भी सिखाया. आज उनकी तीन पीढ़ियां इस डिश को बनाने में लगी हुई हैं. यही वजह है कि स्वाद में लगातार एक जैसी क्वालिटी बनी रहती है. महावीर जी रेडीमेड चटनी का इस्तेमाल नहीं करते, बल्कि सारी चटनियां खुद तैयार करते हैं. इससे मुड़ी का फ्लेवर और भी बढ़ जाता है. उनका मानना है कि अगर चीजें खुद बनाई जाएं, तो टेस्ट नेचुरल और ज्यादा टेस्टी होता है.
ग्राहकों की जुबानी मुड़ी का टेस्ट
ग्राहक हिमांशु पारिक बताते हैं कि यहां सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं, बल्कि कॉलेज के प्रोफेसर, ऑफिस में काम करने वाले लोग और आसपास के शहरों से आने वाले ग्राहक भी मुड़ी खाने आते हैं. उनके अनुसार महावीर जी की बनाई हुई मुड़ी का टेस्ट लाजवाब है. एक बार खाने के बाद लोग बार-बार यहां आने का मन बनाते हैं. यही वजह है कि यह दुकान सालों से चल रही है और आज भी इसकी पॉपुलैरिटी कम नहीं हुई है, बल्कि समय के साथ और बढ़ती जा रही है.
20 रुपए में लाजवाब स्वाद
सबसे खास बात यह है कि इतनी टेस्टी और क्वालिटी वाली मुड़ी महावीर जी सिर्फ 20 रुपए में खिलाते हैं. 74 साल की उम्र में भी महावीर जी पूरे जोश और मेहनत के साथ अपना काम कर रहे हैं. उनकी सादगी और स्वाद के प्रति लगन लोगों को बहुत पसंद आती है. महावीर जी की मुड़ी आज सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि सीकर की पहचान बन चुकी है. शेखावाटी के स्वाद को समझना हो, तो महावीर जी की बाडियाबास मुड़ी जरूर ट्राय करनी चाहिए.
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