Hanuman Chalisa Niyam: हनुमान जी के भक्त अनगिनत हैं. मंगलवार को ये भक्त बजरंगबली की पूजा करते हैं. पूजा में बजरंगबली के भजन, स्तोत्र, मंत्र, आरती करते हैं. साथ ही हनुमान चालीसा का भी पाठ करते हैं. हनुमान चालीसा (Hanuman chalisa) का विशेष महत्व है. हनुमान चालीसा का नियमित रूप से पाठ करने से कई तरह के लाभ होते हैं. ये व्यक्ति के अंदर साहस, आत्मविश्वास बढ़ाता है. नेगेटिव एनर्जी, डर, भय, जीवन में चली आ रही बाधाओं को दूर करने की क्षमता रखता है. साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है. आप लगातार हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, फिर भी आपको लाभ नहीं हो रहा है, जीवन से दुख-दर्द कम नहीं हो रहे हैं. कार्यों में रुकावटें आ रही हैं, तो हो सकता है आप हनुमान चालीसा का पाठ करते समय कुछ गलतियां कर रहे हों. चलिए जानते हैं हनुमान चालीसा का पाठ करते समय कौन-कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
हनुमान चालीसा का पाठ करते समय न करें ये गलतियां
-भक्तों का मानना है कि जब हनुमान चालीसा को सच्ची भक्ति और पवित्रता से साथ पढ़ा जाता है तो भगवान हनुमान सभी दुखों और डर को दूर करते हैं. अपना आशीर्वाद देते हैं. किन अगर इसे सही अनुशासन और ध्यान से न पढ़ा जाए तो परिणाम शुभ नहीं होते हैं. बजरंगबली का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहेगा.
-आप हनुमान चालीसा का पाठ करें तो आसपास की जगह पवित्र हो. सिर्फ आपका शरीर ही नहीं, बल्कि मन भी साफ और शुद्ध हो. कभी भी बिना स्नान किए हनुमान चालीसा का पाठ न करें हमेशा स्नान करके साफ कपड़े पहनें. जिस जगह पर गंदगी हो वहां इसका पाठ न करें. कपड़े गंदे न हों.हनुमान जी से गहराई से जुड़ने के लिए शांत और पवित्र मन से जाप करें.
– कुछ लोगों को सही से हनुमान चालीसा के शब्द पता नहीं होते हैं. ऐसे में वे गलत शब्दों का उच्चारण करते हैं. क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा के प्रत्येक शब्द में आध्यात्मिक शक्ति है. ऐसे में प्रत्येक अक्षरों को साफ और सही उच्चारण में करें. इसे पूरे ध्यान और भक्ति के साथ पढ़ें. एक भटका हुआ मन प्रार्थना के आध्यात्मिक असर को कमज़ोर कर देता है.
-मस्ती-मजे के लिए हनुमान चालीसा का पाठ न करें.पूरी श्रद्धा से जाप करना चाहिए. आप कितनी तेज या कितनी बार पाठ करते हैं, ये अधिक मायने नहीं रखता है. आपकी हनुमान चालीसा में कितनी आस्था, ईमानदारी है, वो अधिक मायने रखता है. हनुमान चालीसा का जाप हमेशा धीरे-धीरे करना चाहिए.
– हनुमान चालीसा का पाठ करते समय तुलसीदास का नाम भी जरूर लें. ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें एक पंक्ति है, तुलसीदास सदा हरि चेरा, कीजै नाथ हृदय मा डेरा. काफी लोग तुलसीदास का नाम नहीं लेते हैं या गलत तरीके से उच्चारण करते हैं. हमेशा इनका नाम सम्मान से लें, क्योंकि इन्होंने ही हनुमान चालीसा की रचना की थी.
-पूजा-पाठ करते समय कभी भी ध्यान को इधर-उधर न भटकने दें. यही बात हनुमान चालीसा का पाठ करते वक्त भी याद रखें. मन में कोई भटकाव न आने दें. ध्यान केंद्रित रखें. हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले श्री राम को भी अवश्य याद करें. उसके बाद बजरंगबली जी का ध्यान करें. पाठ करें तो पास में फोन ना रखें. इस पर चैट, बात न करें. इसे अपने से दूर रखें. अपना ध्यान छंदों और उनसे उत्पन्न होने वाली ऊर्जा पर रखें.







