गुमला : नए साल के आगमन में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. ऐसे में पर्यटन स्थलों से लोगों का आवागमन शुरू हो गया है. ऐसे में गुमला जिले के पर्यटन स्थल भी सैलानियों के स्वागत को लेकर तैयार है. गुमला की प्राकृतिक खूबसूरती किसी स्वर्ग से कम नहीं है. जिले में चारों ओर ऊंचे-ऊंचे पहाड़, घने जंगल, बहती नदियां और शांत झरनों के बीच बसा यह इलाका सैलानियों के लिए एक अनूठा पर्यटन स्थल बन चुका है. इन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ उमड़ने लगी है . इन्हीं प्रमुख स्थलों में से एक अंबाघाघ है, जो गुमला शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है.
यहां की प्राकृतिक छटा, कल-कल बहती नदी की धारा और नुकीले पहाड़ किसी का भी मन मोह लेने के लिए पर्याप्त हैं. इस कारण यहां सालों भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है. इसकी खूबसूरती देखने लायक है.
पर्यटकों के बीच बना है आकर्षण का केंद्र
स्थानीय अमित राज ने बताया कि गुमला जिले से लगभग 18 किमी की दूरी पर स्थित नागफेनी अंबाघाघ जलप्रपात है. यह क्षेत्र हमेशा से ही लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. चाहे नववर्ष का मौका हो या हो मकर संक्रांति या हो कोई पर्व त्यौहार. लोग हमेशा से ही यहां घूमने फिरने व पिकनिक मनाने के लिए आते हैं. यहां चट्टानों से गिरता पानी जो एक घाघ के रूप में परिवर्तित हो जाता है. यह दृश्य लोगों का मन मोह लेता है.
सेल्फी प्वाइंट पर लगती है भीड़
इसकी मन मोह लेने वाली खूबसूरती को देखने के लिए सालों भर सैलानियों का आना जाना लगा रहता है. यह पर्यटन क्षेत्र साल भर लोगों की आवागमन से गुलजार रहता है. झारखंड सरकार की मदद से जिला प्रशासन ने इस पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए विभिन्न तरह की सुविधा बहाल किए गए हैं. यहां पर आकर्षक सेल्फी प्वाइंट बनाया है एवं खतरनाक स्थलों की घेराबंदी कर अन्य सुविधाएं बहाल की गई हैं.
उसको देखते हुए इस वर्ष यहां ज्यादा पर्यटक पहुंच रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी नए साल का जस्न मनाने की योजना बना रहे हैं, तो यहां अपने पूरे परिवार के साथ भरपूर आनंद उठा सकते हैं. इस स्थान के प्रति लोगों के आकर्षण का एक कारण यह भी है कि राष्ट्रीय राजमार्ग से सटा होने के कारण आसानी से यहां पर आया जा सकता है. पिकनिक मनाने के बाद यहां से आसानी से लोग अपने घर जा सकते हैं.
पिकनिक मनाने दूर-दूर से आते हैं लोग
यहां के पर्यटन क्षेत्र का विकास और होना चाहिए, जिससे क्षेत्र में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय लोगों को टूरिज्म के कारण रोजगार मिलेगा. यहां नववर्ष, कार्तिक पूर्णिमा और मकर संक्रांति के अवसर पर मेला भी लगता है. यहां घूमने पिकनिक मनाने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आते हैं. साथ ही इस अद्भुत जगह का आनंद लेते हैं.
पर्यटक ने खूबसूरती को लेकर बताया
वहीं, घूमने आए पर्यटक आशीष प्रताप ने बताया कि यह अंबाघाघ गुमला जिले के सिसई प्रखंड के नागफेनी में स्थित है. इस पर्यटक स्थल पर सालों भर सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन नवंबर से लेकर फरवरी तक नागफनी नदी स्थित अंबाघाघ में सैलानियों की ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है. इस वक्त पानी की खूबसूरती यहां की प्राकृतिक सुंदरता में चार चांद लगा देती है.
इस स्थल पर प्रकृति की सुंदरता अपने चरमस्थल पर है. क्योंकि यहां हल्की-हल्की धूप और हल्की-हल्की सर्दी है. इस मौसम में यहां घूमने के लिए यह सबसे सुहाना स्थल है. यहां की जो प्राकृतिक सुंदरता है. वह लोगों को लुभाने और मन को शांत करने वाली है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेती है. लोगों को यहां आने से प्रकृति के साथ जुड़ने का मौका मिलता है. प्राकृतिक सुंदरता को देखने का अवसर प्राप्त होता है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-crowd-of-tourists-at-ambaghagh-waterfall-gumla-on-new-year-local18-ws-l-9996270.html







