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कान्स फिल्म फेस्टिवल में जाह्नवी कपूर और शालिनी पासी काला धागा पहने नजर आईं. काला धागा ग्रह दोष, बुरी नजर और ऊर्जा संतुलन के लिए पहना जाता है. पीएम मोदी भी काला धागा पहने दिखे.

हाथ या पैर में क्यों बांधते हैं काला धागा?
हाइलाइट्स
- काला धागा ग्रह दोष से बचाव करता है.
- बुरी नजर से बचाने के लिए काला धागा पहना जाता है.
- काला धागा ऊर्जा संतुलन में मदद करता है.
फ्रांस में चल रहे कान्स फिल्म फेस्टिवल में कई सेलीब्रिटीज फैशन की परेड करते नजर आ रहे हैं. जाह्नवी कपूर से लेकर शालिनी पासी तक, कई सितारें लाखों की ड्रसेस और जेवर पहनकर रेड कारपेट पर उतरीं. लेकिन एक चीज ने सभी का ध्यान खींचा. जाह्नवी और शालिनी पासी, दोनों ही अपने हाथ में काला धागे पहने नजर आईं. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बीकानेर में थे, जहां उनके हाथ में भी काला धागा नजर आया. क्या आप जानते हैं कि हाथ या पैर में काला धागा क्यों पहना जाता है? यह परंपरा केवल धार्मिक या अंधविश्वास से जुड़ी नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहराई से जुड़ी ज्योतिषीय, तांत्रिक, आयुर्वेदिक और मनोवैज्ञानिक दृष्टियां हैं. आइए इसे विस्तार से समझते हैं.
1. ग्रह दोष से रक्षा
काला रंग शनि, राहु और केतु ग्रहों से संबंधित होता है. ये ग्रह यदि कुंडली में अशुभ स्थिति में हों, तो शनि जीवन में संघर्ष, देरी और मानसिक तनाव देता है. वहीं राहु भ्रम, अचानक नुकसान या नेत्र व त्वचा रोग देता है. जबकि केतु अनिश्चितता, मानसिक अस्थिरता और मोहमाया से दूरी कराता है. ऐसे में इन तीनों ग्रहों के लिए हाथ में काला धागा पहना जाता है. काले धागे को बाएं हाथ या दाएं पैर में बांधने से इन ग्रहों की दृष्टि या प्रभाव से सुरक्षा होती है. शनिवार को यह उपाय करने से विशेष लाभ मिलता है.
2. तांत्रिक दृष्टिकोण से – बुरी नजर से रक्षा (नजर दोष)
काले धागे को “नजर का काट” माना जाता है. इसे विशेष रूप से बच्चों, कलाकारों और लोकप्रिय लोगों को बुरी नजर से बचाने के लिए पहना जाता है. जाह्नवी कपूर और शालिनी पासी दोनों ही काफी धार्मिक हैं. ऐसे में एक्ट्रेस अक्सर कैमरे, मंच और लोगों की नजर में रहती हैं, जिससे बुरी ऊर्जा लग सकती है. इसके साथ ही नकारात्मक ऊर्जा या विरोधी विचारों से सुरक्षा चाहिए होती है. इसलिए पैर में काला धागा बांधना एक ऊर्जात्मक रक्षा कवच बन जाता है.
आयुर्वेदिक एवं मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से – ऊर्जा संतुलन
नाड़ी तंत्र (nervous system) के अनुसार, हमारे पैरों और कलाई पर कुछ विशेष बिंदु (acupressure points) होते हैं. वहां काला धागा बांधने से उन बिंदुओं पर ऊर्जा संतुलन होता है, जिससे तनाव, भय और अनिद्रा कम हो सकते हैं.
कब और कहां पहनना चाहिए काला धागा?
नजर दोष, मानसिक तनाव से रक्षा के लिए स्त्रियों को बायां हाथ में पहनना चाहिए. जबकि पुरुषों को आत्मबल, ग्रह दोष शांति के लिए दायां हाथ में पहनना चाहिए. राहु-केतु से रक्षा के लिए सभी को दाएं पैर में काला धागा पहनना चाहिए. ये उपाय विशेषकर बच्चों के लिए करना चाहिए. इसके अलावा सौंदर्य और प्रसिद्धि की रक्षा और नजर दोश से बचाव के लिए बाएं पैर में पहनना चाहिए. काला धागा बांधते समय इस विशेष मंत्र का उच्चारण करना चाहिए – “ॐ नमः शनैश्चराय नमः”* या *“ॐ रां राहवे नमः”.
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से Bharat.one Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र…और पढ़ें
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से Bharat.one Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र… और पढ़ें
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