पूजा में दीपक घुमाने के कुछ नियम हैं.नियम के अनुसार 14 बार दीपक घुमाया जाता है.
What To Do With Burnt Wick : किसी भी देवी-देवता की पूजा में दीपक का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा पूजा के आखिरी में संबंधित भगवान की आरती की जाती है. इस दौरान रुई की बाती बनाई जाती है, जिसे घी में डुबाया जाता है. लेकिन घी खत्म होने के बाद यह बाती बुझ जाती है. ऐसे में अधिकांश लोग इस बाती को उठाकर कूड़े में डाल देते हैं. लेकिन आपको बता दें कि शास्त्रों में जली हुई इस बाती का बड़ा महत्व बताया गया है. जली हुई बाती में पॉजिटिव एनर्जी होना बताया गया है, इसलिए इसे कूड़ेदान में फेंकने से पहले कुछ जरूरी बातों को जान लेना चाहिए. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे से.
जली हुई बाती का ऐसे करें उपयोग
1. जली हुई सभी बातियों को 10 दिन तक एकत्रित करें और 11वें दिन इन्हें एक बड़े दीये में रखें.
2. सभी बातियों के साथ कपूर और 4 लौंग लेकर एक साथ जला दें और इससे निकलने वाले धुंए को अपने घर में चारों ओर घुमा दें.
3. अब इस दीये को छत पर रख दें और अगले दिन उसकी राख को एक डिब्बी में भरकर रख लें.
4. जब भी कोई जरूरी काम हो या परीक्षा में जाएं तो इस राख का टीका लगाएं.
5. बच्चों की नजर उतारने में यह राख काम आएगी. राख को सात बार घुमाने के बाद पेड़ में डाल दें और यदि राख हो तो पेड़ों की मिट्टी में मिला दें.
कितनी बार घुमाएं दीपक
हिंदू धार्मिक शास्त्रों में आरती के दीपक को घुमाने के बारे में बताया गया है. सबसे पहले भगवान के चरणों में चार बार, नाभि में दो बार, मुख की तरफ एक बार और सिर से लेकर चरणों तक सात बार आरती करें. इस तरह आरती कुल 14 बार घुमाई जानी चाहिए.
FIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 07:10 IST
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