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Gaj Keshari Yoga : अगर आपकी कुंडली में ये खास योग बन रहा है तो समझ लीजिए किस्मत आपका साथ देने को तैयार है.इस राजयोग वाले व्यक्ति में नेतृत्व की जबरदस्त क्षमता होती है. ऐसे लोग राजनीति, समाजसेवा या प्रशासनिक क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करते हैं. कहते हैं कि जब यह योग सक्रिय होता है तो विरोधी भी सम्मान करने लगते हैं.
मिर्जापुर : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कई ऐसे योग होते हैं, जो हमारे कुंडली के लिए धन से लेकर वैभव तक प्राप्त कराते हैं. यह योग जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. वैदिक ज्योतिष में पंच महापुरुष योगों की चर्चा अधिक होती है. हालांकि, गज केशरी योग को सबसे शक्तिशाली योग माना जाता है. जिस जातक की कुंडली में ये योग रहता है. उसकी कुंडली में बड़े से बड़े संकट खत्म हो जाते हैं. परेशानियों से निकलकर वह तरक्की की राह पर अग्रसर हो जाता है. आर्थिक तंगी भी खत्म हो जाती है और कर्ज आदि से भी मुक्ति मिल जाती है.
ज्योतिषी अखिलेश अग्रहरि ने Bharat.one को बताया कि आज मैं आपको ऐसे योग के बारे में बता रहा हूं, जो सुनने में बहुत सामान्य है, लेकिन उसका महत्व राजयोग में महत्वपूर्ण है. उस खास योग का नाम गज केशरी योग है. अगर आपके कुंडली में लग्न में चतुर्थ भाव में, सप्तम भाव में या दशम भाव में चंद्रमा या गुरु के केंद्र संबंध बन रहे हो तो ऐसी स्थिति में बड़ा ही शुभ राजयोग बनता है, उसे गज केशरी राजयोग कहते हैं. गज केशरी योग कहने के लिए छोटा है, लेकिन महत्व बहुत बड़ा है. इस योग में पैदा हुआ व्यक्ति प्रशंसकों से घिरा हुआ रहता है और पद-प्रतिष्ठा भी प्राप्त होता है.
आसानी से जीत लेंगे चुनाव
अखिलेश अग्रहरि ने बताया कि गज केशरी योग के जातक समाज में सम्मान और लोकप्रियता प्राप्त करते हैं. ऐसे व्यक्ति विनम्र, तेजस्वी, प्रभावशाली और गुणवान होते हैं. उनका व्यक्तित्व ऐसा होता है कि जहां भी जाते हैं, वहां अपनी ख्याति बिखेरते हैं. यह योग इतना शक्तिशाली है कि जैसे हजारों गजों के ऊपर सिंह सवारी करता है उसी तरह यह जातक को शक्ति और प्रतिष्ठा प्रदान करता है. यही कारण है कि इस योग वाले व्यक्ति राजनीति और समाज में बड़ी सफलता प्राप्त करते हैं. वे बड़े राजनीतिक पदों तक पहुंच सकते हैं और छोटे-मोटे चुनाव आसानी से जीत लेते हैं.
राहु और केतु कर सकते हैं असर कमजोर
अखिलेश अग्रहरि बताते हैं कि अगर गज केशरी योग वाला व्यक्ति नौकरी करता है, तो उसकी प्रशासनिक पकड़ मजबूत होती है और उसकी कीर्ति दूर तक फैलती है. लेकिन अगर इस योग में गुरु के साथ राहू या केतु बैठ जाएं, तो इसका प्रभाव घट जाता है. ऐसे में योग का फल केवल 50 प्रतिशत तक ही मिलता है.गज केशरी योग का पूरा प्रभाव चंद्रमा और गुरु की स्थिति पर निर्भर करता है. यदि दोनों मजबूत हों, तो जातक को जीवन में अपार सफलता और प्रतिष्ठा मिलती है.
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु…और पढ़ें
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-when-is-gaj-keshari-yoga-formed-effect-on-people-in-feild-of-politics-job-administrative-field-local18-9798975.html
