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भारतीय संस्कृति में मंत्र का जप करना बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है. कई लोग मंत्रों का आध्यात्मिक और धार्मिक लाभ प्राप्त करने के लिए मंत्रों का जप तते रहते हैं. लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मंत्र जप करना बेह…और पढ़ें

चलते फिरते मंत्र का जप करना सही है या गलत
हाइलाइट्स
- चलते फिरते मंत्र जप से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.
- राधा-राधा, कृष्ण-कृष्ण जैसे नामों का जप करें.
- गुरु मंत्र को गुप्त रखें और मन में जपें.
पुराणों व शास्त्रों में मंत्रों को बेहद शक्तिशाली बताया गया है और इन मंत्रों से शक्तियां जागृत होती हैं. मंत्र ईश्वरिय शक्ति और बहुत ताकतवर ऊर्जा है, जिसके द्वारा मनुष्य की गुप्त शक्तियों का उदय होता है. मंत्र एक शक्तिशाली ध्वनि या वाक्य से होता है और इसका अर्थ होता है मन को तंत्र में बांधना. मंत्रों का जाप करने के लिए शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं, इन नियमों का पालन करने से ही मंत्र जप का फायदा मिलता है. लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में संतुलन बनाए रखने और मानसिक शांति के लिए मंत्रों का सही तरह से जप करना बेहद मुश्किल काम होता जा रहा है. इसलिए बहुत से लोग चलते फिरते मंत्रों का जप करते हैं लेकिन क्या आपको पता चलते फिरते मंत्रों का जप करना सही है या गलत. आइए प्रेमानंद महाराज से जानते हैं कि चलते फिरते मंत्रों का जप करना सही है या गलत और क्या इसका फायदा मिलता है…
मंत्र से मन रहता है शांत
प्रेमनांद महाराजजी के अनुसार, मंत्रों का जप करने से मन शांत रहता है और जरूरी चीजों से फोकस बना रहता है. जिंदगी में कितनी भी उठा-पटक चल रही हो, अगर मंत्रों का जप किया जाए तो आप जीवन में संतुलन बना पाने में कामयाब होते हैं. ईश्वर का नाम ही किसी मंत्र से कम नहीं होता है अगर आप चलते फिरते ईश्वर का नाम ले रहे हैं तो आपका मन बेवजह की चिंताओं से दूर रहता है और आपके आसपास सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है.
चलते फिरते इन मंत्रों का करें जप
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि अगर चलते फिरते राधा-राधा, कृष्ण-कृष्ण या राम-राम जैसे नामों का जप करते हैं तो मस्तिष्क शांत रहता है और सभी तरह के नकारात्मक विचारों को दूर करता है. ईश्वर के नाम का जप करते रहने से आपके हृदय में ईश्वर का वास होता है और आपके अंदर भक्ति भाव का संचार बना रहता है. ईश्वर का नाम लगातार लेते रहने से आपको किसी कार्य में घबराहट या डर नहीं लगता है क्योंकि ईश्वर की कृपा आप पर रहती है और हर कार्य विजयी और सफलता मिलती रहती है.
सुरक्षा के लिए इस बात का रखें ध्यान
चलते फिरते मंत्र का जप अगर आप कर रहे हैं तो उसमें आपको शुद्धता का विशेष ध्यान रखना पड़ता है और मन को सभी विकारों से दूर रखना पड़ता है. कुछ मंत्र ऐसे होते हैं, जिसमें वाईब्रेशनल साउंड नहीं होता है, जिसमें आप चलते फिरते मंत्र जप कर सकते हैं. वहीं कुछ मंत्र का उच्चारण बहुत कठीन होता है और उन मंत्रों का जप करने से शरीर में ऊर्जा पैदा होती है, ऐसे मंत्रों का सुरक्षा की वजह से एक स्थान पर बैठकर ही करना फायदेमंद रहेगा.
गुरु मंत्र का ऐसे करें जप
प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि अगर आपने गुरु मंत्र लिया हुआ है तो इस मंत्र को गुप्त रखा जाता है. जब तक गुरु का आदेश ना मिले, तब तक मंत्र किसी को भी नहीं बताना चाहिए। गुरु मंत्र को कभी भी वाचिक नहीं जपना चाहिए अर्थात मंत्र का उच्चारण नहीं करना चाहिए, गुरु मंत्र हमेशा मन में जपना चाहिए. वहीं अगर आपने गुरु दीक्षा नहीं ली या गुरु मंत्र नहीं मिलता है तो आप ‘कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम: मंत्र का जप कर सकते है, यह मंत्र बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है और हर दिन 108 बार इस मंत्र को जप करने से सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलती है.
February 22, 2025, 11:25 IST
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