Wednesday, October 1, 2025
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शनि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग, भूलकर भी ना करें ये 6 गलतियां वरना नाराज हो जाएंगे शनिदेव


चैत्र मास की अमावस्या तिथि को शनि अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा और इस बार यह शुभ तिथि 29 मार्च दिन शनिवार को है. दरअसल जब अमावस्या तिथि शनिवार के दिन पड़ती है तब उस अमावस्या तिथि को शनिश्चरी अमावस्या कहते हैं. साथ ही इस दिन सूर्य ग्रहण और शनि का मीन राशि में गोचर होने वाला है. शनि अमावस्या के दिन पवित्र नदि में स्नान करने और पितरों को तर्पण देना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही जिन जातकों की कुंडली में पितृ दोष होता है, उनके लिए भी यह दिन बहुत फलदायी माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में शनि अमावस्या का महत्व बताते हुए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है. अगर इन बातों का ध्यान ना रखा जाए तो शनिदेव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है, जिसकी वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आइए जानते हैं शनि अमावस्या वाले दिन भूलकर भी कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए…

वापस लौटते समय ना करें यह काम
शनि अमावस्या के दिन शनिदेव के मंदिर में जाकर विधिवत रूप से पूजा अर्चना करें और शनि से संबंधित चीजों का दान भी करें. लेकिन पूजा करने के बाद वापस लौटते समय अपनी पीठ शनिदेव को ना दिखाएं, ऐसा करना अशुभ माना जाता है. शनिदेव को पीठ दिखाने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और शनि दोष भी लगता है.

पूजा करते समय ध्यान रखें यह बात
शनि अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करते समय ध्यान रखें कि पूजा के दौरान शनिदेव से नजरें नहीं मिलाना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव की दृष्टि वक्री होती है, जब कोई व्यक्ति शनिदेव की आंखों में देखता है तो उस पर शनिदेव की वक्री दृष्टि का अशुभ प्रभाव पड़ता है. इसलिए हमेशा शनिदेव की पूजा करते समय आंखों को नीचे करके ही रखें.

घर पर ना लेकर आएं ये चीजें
शनिश्‍चरी अमावस्‍या के दिन गरीब, जरूरतमंद व असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए लेकिन भूलकर इन लोगों का अपमान ना करें. शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए इसे अपनी आदत बना लें. जो लोग गरीब व असहाय लोगों को प्रताड़ित या अपमान करते हैं, उन पर शनिदेव की कभी कृपा नहीं होती. साथ ही इस दिन भूलकर भी शनि से संबंधित चीज जैसे लोहा, काले जूता इत्यादि घर पर नहीं लाने चाहिए.

इन कार्यों को करने से बचें
शनि अमावस्या के दिन भूलकर भी नाखून, बाल, दाढ़ी नहीं कटवाने चाहिए और किसी भी तरह के अनैतिक कार्य करने से बचना चाहिए, जो लोग इस दिन ऐसा करते हैं, उनको कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है. साथ ही इस दिन छल-कपट करना, झूठ बोलना, क्रोधित होना, कटु वचन कहना आदि चीजें नहीं करना चाहिए और तामसिक भोजन से बचना चाहिए.

स्त्री और पुरुष इस बात का रखें ध्यान
शनिश्‍चरी अमावस्‍या के दिन तन और मन पवित्र होना चाहिए और ईश्वर का ध्यान करना चाहिए. इस दिन भूलकर भी स्त्री और पुरुष को यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए. गरुण पुराण के अनुसार, शनि अमावस्या के दिन बनाए गए संबंध से पैदा होने वाली संतान को कई तरह के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही शनि अमावस्या के दिन भूलकर भी सुबह देर तक सोने से बचना चाहिए, इस दिन सुबह जल्दी उठें और काले तिल डालकर स्नान करें और सूर्यदेव को जल अर्पित करें.

इन जगहों पर जाने से बचें
शनि अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण भी है इसलिए इस दिन सुनसान जगह जैसे श्मशान घाट, कब्रिस्तान या जंगन आदि जगहों के आसपास जाने से बचना चाहिए. अमावस्या तिथि को नकारात्मक शक्तियां जल्द ही सक्रिय हो जाती हैं इसलिए इस दिन भूलकर भी इन जगहों पर जाने से बचना चाहिए. साथ ही इस दिन माता पिता का सम्मान करें और घर में किसी भी तरह के वाद विवाद से बचें, ऐसा करने से पितर और शनिदेव नाराज होते हैं.


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https://hindi.news18.com/news/astro/astro-tips-shani-amavasya-2025-on-surya-grahan-do-not-do-these-six-mistakes-on-shani-amavasya-and-surya-grahan-otherwise-shanidev-will-get-angry-9127674.html

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