Aniruddhacharya Controversy : धार्मिक मंच हमेशा से लोगों के लिए भरोसे की जगह रहे हैं. यहां लोग केवल भक्ति सुनने नहीं आते, बल्कि अपने मन की उलझनें शांत करने और जीवन में नई दिशा पाने की उम्मीद लेकर बैठते हैं. ऐसे मंचों पर बोलने वाले व्यक्ति का हर शब्द असर छोड़ता है. जब कोई धार्मिक प्रवचनकर्ता बोलता है, तो लोग मान लेते हैं कि उसके विचार सोच-समझकर और जिम्मेदारी के साथ कहे गए होंगे. इसी वजह से जब किसी बड़े मंच से कोई ऐसी बात निकलती है जो समाज में किसी की गरिमा पर चोट करती हो, तो उस पर विरोध होना तय माना जाता है. पिछले कुछ महीनों में अनिरुद्धाचार्य का नाम लगातार चर्चा में रहा. कई वायरल वीडियो सामने आए जिनमें उनके कुछ कथित बयान महिलाओं के लिए अपमानजनक बताए गए. सोशल मीडिया पर इन क्लिप्स ने तूफान खड़ा कर दिया. कई जगह प्रदर्शन हुए, कई महिला समूहों ने इसे अपनी गरिमा पर हमला बताया और इसे समाज में गलत सोच बढ़ाने वाला बताया. बात इतनी बढ़ गई कि मामला कोर्ट तक पहुंच गया और मथुरा कोर्ट ने इन शिकायतों को स्वीकार कर लिया. यह पूरा विवाद सिर्फ एक बयान की वजह से नहीं, बल्कि कई बार आई ऐसी राय की वजह से बढ़ा जो लोगों को बेहद कड़वी लगी. इस आर्टिकल में हम उन प्रमुख बयानों को समझेंगे जिनसे विवाद शुरू हुआ, समाज क्यों नाराज हुआ और मामला अदालत तक क्यों पहुंच गया.
1. अविवाहित लड़कियों पर कथित टिप्पणी
विवाद की सबसे बड़ी वजह वह वायरल वीडियो बना जिसमें अनिरुद्धाचार्य कथित रूप से कहते दिखे कि 25 साल की अविवाहित लड़की कई जगह “मुंह मार चुकी होती है” और इसके बाद शादी के बारे में सोचती है. इस लाइन को महिलाओं ने बेहद अपमानजनक बताया. कई महिला समूहों ने कहा कि इससे लड़कियों के सम्मान पर चोट होती है और यह समाज में गलत छवि तैयार करता है. आगरा की मीरा राठौर ने इसी बयान को लेकर कोर्ट में शिकायत की.
2. 14 साल में शादी करने वाली राय
एक और वीडियो में उनका कथित बयान सामने आया कि लड़कियों का विवाह 14 साल में कर देना अच्छा है.
यह बात देश के कानून के बिलकुल उलट थी, क्योंकि नाबालिग की शादी अपराध मानी जाती है. इस पर दो युवा महिला वकीलों ने मथुरा कोर्ट में केस दर्ज कराया और कहा कि ऐसी राय से समाज में गलत संदेश जाता है और इससे नाबालिग लड़कियों का भविष्य खराब होता है.
3. लिव-इन रिलेशनशिप पर टिप्पणी
एक क्लिप में वे लिव-इन रिलेशनशिप को “जानवरों जैसा चलन” बताते दिखे. यह बात युवाओं को काफी खराब लगी. कई लोगों ने कहा कि किसी के निजी रिश्ते पर इस तरह की टिप्पणी करना ठीक नहीं है और इससे समाज में अनावश्यक नफरत पैदा होती है.
4. पुरुषों की “घूरने” वाली बात
एक दूसरे वीडियो में वे कहते दिखे कि बलात्कार जैसे अपराधों की जड़ पुरुषों की “घूरने की आदत” है. कई विशेषज्ञों ने कहा कि अपराध को सिर्फ “घूरना” बताना बड़ी समस्या को बेहद छोटा करके देखने जैसा है.
5. पहनावे और चाल-ढाल पर अन्य टिप्पणियां
कुछ और क्लिप्स में वे लड़कियों के कपड़ों, बोलने के तरीके और बाहर जाने के समय पर राय देते दिखे. इन बातों को भी कई लोगों ने पुरानी सोच बताकर आलोचना की और कहा कि यह महिलाओं पर बेवजह दबाव डालने जैसा है
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/trends-aniruddhacharya-controversy-derogatory-remarks-on-women-comments-9948590.html






