Last Updated:
Chanakya Niti: हर रिश्ता निभाने के लिए समझदारी ज़रूरी होती है. प्यार और विश्वास के साथ अगर थोड़ी चुप्पी और सोच-समझकर बोलने की आदत जोड़ दी जाए, तो रिश्ता मजबूत ही नहीं, लंबा भी चलता है. चाणक्य नीति आज भी हमें यही सिखाती है – कुछ बातें कह देने से नहीं, छिपा लेने से भी रिश्ता बचाया जा सकता है.

मायके की हर बात न बताएं
शादी के बाद कई महिलाएं मायके से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात अपने पति से शेयर करती हैं. शुरुआत में यह ठीक लगता है, लेकिन धीरे-धीरे यह आदत रिश्ते में दरार डाल सकती है. पति को यह लग सकता है कि आप हर मुद्दे पर अपने मायके का पक्ष ले रही हैं या तुलना कर रही हैं. साथ ही, तनाव के समय मायके से जुड़ी वही बातें उल्टा आपके ही खिलाफ इस्तेमाल हो सकती हैं.

रिश्ते की सबसे बड़ी नींव सच्चाई और पारदर्शिता होती है. लेकिन अगर पत्नी किसी वजह से झूठ बोलती है और वह बात बाद में सामने आ जाती है, तो भरोसा टूट जाता है. एक बार टूटा हुआ भरोसा दोबारा बनाना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए चाहे बात कितनी भी छोटी क्यों न हो, झूठ से बचना ही बेहतर है.

अगर आप बार-बार अपने पति की तुलना किसी दोस्त, रिश्तेदार या सहकर्मी से करती हैं, तो यह बात उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा सकती है. हो सकता है आप ऐसा मज़ाक में करें, लेकिन पुरुष अपने आत्मसम्मान को लेकर बहुत संवेदनशील होते हैं. ऐसी तुलना रिश्ते में दूरी बढ़ा सकती है.

पति-पत्नी दोनों की कमाई हो या सिर्फ पति कमाता हो, आर्थिक मामलों में पूरी पारदर्शिता ज़रूरी है. लेकिन चाणक्य नीति के मुताबिक, पत्नी को अपनी निजी सेविंग्स या दान से जुड़ी बातों को पूरी तरह खोलना सही नहीं माना गया है. इससे कई बार आर्थिक बहस या गलतफहमियां बढ़ सकती हैं.

हर रिश्ते में लड़ाई होती है, लेकिन गुस्से में कुछ भी कह देना सबसे बड़ी गलती होती है. गुस्से में बोले गए शब्द अक्सर दिल पर गहरे निशान छोड़ते हैं. चाणक्य भी कहते हैं कि गुस्से में बोले गए शब्द ऐसे तीर होते हैं जो कभी वापस नहीं आते. इसलिए जब भी मन में गुस्सा आए, कुछ देर चुप रहना बेहतर होता है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-chanakya-niti-these-5-things-wife-should-not-tell-husband-pati-ko-ye-baatein-a-bataye-patni-ws-ekl-9610350.html