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Effects of Mars in third house। मंगल का तीसरे भाव में असर और उपाय


Mars In 3rd House: ज्योतिष में तीसरा भाव हमारे साहस, हिम्मत, भाई-बहन के संबंध, संवाद और मानसिक सक्रियता से जुड़ा होता है. जब मंगल इस भाव में होता है, तो यह हमारे मन में जोश, उत्साह और संघर्ष करने की ताकत लाता है. ऐसे लोग जिनकी कुंडली में मंगल तीसरे भाव में होता है, उनमें जोखिम लेने की क्षमता, चुनौती स्वीकार करने की प्रवृत्ति और अपनी सोच को ज़ाहिर करने की कला होती है. इस स्थिति का प्रभाव न केवल हमारी सोच और बोलचाल पर पड़ता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य, यात्रा की आदत और पेशेवर जीवन पर भी दिखाई देता है. मंगल की ऊर्जा व्यक्ति को साहसी बनाती है, लेकिन अगर इसे सही दिशा में नहीं लगाया गया तो यह आवेग, गुस्सा और अनावश्यक विवाद भी ला सकता है. तीसरे भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति में नई चीज़ें सीखने की लगन, कठिन परिस्थितियों से निपटने की ताकत और आत्मनिर्भर बनने का जज्बा होता है. वहीं, यह ऊर्जा गलत दिशा में जाने पर अनियंत्रित बहस, परिवार में तनाव और जोखिम भरे फैसले भी दिला सकती है. इसलिए यह जानना जरूरी है कि इस ग्रह का प्रभाव हमारे जीवन में किस तरह दिखेगा और इसके नकारात्मक प्रभाव को कैसे कम किया जा सकता है. इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह से कि मंगल तीसरे भाव में होने पर व्यक्ति की सोच, व्यवहार, करियर और संबंधों पर क्या असर पड़ता है और कौन से उपाय इसे सकारात्मक बनाने में मदद करते हैं.

मंगल तीसरे भाव के सकारात्मक प्रभाव
1. साहस और हिम्मत
तीसरे भाव में मंगल व्यक्ति को साहसी बनाता है. ऐसे लोग मुश्किल परिस्थितियों में डरकर पीछे नहीं हटते. जोखिम लेने और नए मौके पकड़ने में ये लोग आगे रहते हैं.

2. संचार में ताकत
इनकी बातचीत में प्रभाव होता है. ये अपने विचारों को स्पष्ट और प्रभावशाली तरीके से पेश कर सकते हैं.

3. भाई-बहन के संबंध
अगर कुंडली अच्छी है, तो भाई-बहन के साथ मजबूत और सहयोगी रिश्ते बनते हैं.

4. नए कौशल सीखने की क्षमता
तीसरे भाव में मंगल नई चीज़ों को सीखने की प्रवृत्ति बढ़ाता है. व्यक्ति में तकनीकी या क्रिएटिव काम में दिलचस्पी बढ़ती है.

5. साहसिक यात्रा और प्रयास
यह व्यक्ति को नई जगहों पर जाने, चुनौतियों का सामना करने और नए अवसरों की खोज करने के लिए प्रेरित करता है.

मंगल तीसरे भाव के नकारात्मक प्रभाव
1. गुस्सा और झगड़े
अनियंत्रित मंगल व्यक्ति को चिड़चिड़ा और जल्दबाज़ बनाता है. यह छोटे-मोटे विवादों को भी बड़ा बना सकता है.

2. आवेगपूर्ण निर्णय
सोचे बिना लिए गए फैसले नुकसान दे सकते हैं, खासकर वित्त और पेशेवर मामलों में.

3. खतरनाक साहसिक कार्य
कभी-कभी अत्यधिक जोखिम लेने की प्रवृत्ति दुर्घटनाओं या चोट का कारण बन सकती है.

4. अधूरी योजनाएं
ऊर्जा ज़्यादा होने के बावजूद इसे सही दिशा में न लगाने पर काम अधूरा रह सकता है.

5. स्वास्थ्य संबंधी असर
तनाव और गुस्से की वजह से सिरदर्द, पाचन संबंधी समस्याएं या थकान हो सकती है.

मंगल तीसरे भाव के आसान उपाय
1. लाल रंग का प्रयोग
लाल कपड़े पहनना, लाल वस्तुएं रखना या लाल फूल दान करना मंगल की ऊर्जा को संतुलित करता है.

2. शारीरिक व्यायाम
नियमित व्यायाम और योग से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है और मन शांत रहता है.

3. भाई-बहन के साथ मेल-जोल
रिश्तों में सहयोग और प्यार बनाए रखना मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करता है.

4. साहसिक कार्यों में संतुलन
जोखिम लेने से पहले सोच-समझ कर कदम उठाना और योजना बनाना ज़रूरी है.

5. हनुमान मंत्र का जाप
“ॐ हनुमते नमः” मंत्र का नियमित जाप गुस्से और तनाव को कम करता है और साहस बढ़ाता है.

6. दान और सेवा
लाल वस्तुएं दान करना या जरुरतमंदों की मदद करना मंगल की अशुभता को कम कर सकता है.

नोट – तीसरे भाव में मंगल जीवन में साहस, उत्साह और ऊर्जा लेकर आता है. यह व्यक्ति को चुनौतियों का सामना करने, नई चीज़ें सीखने और अपने विचारों को व्यक्त करने में मदद करता है, लेकिन अनियंत्रित रहने पर यह गुस्सा, झगड़े और नुकसान भी दे सकता है. सरल उपाय अपनाकर इसकी सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है.


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https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-mars-third-house-courage-siblings-remedies-teesre-ghar-me-mangal-ka-asar-9924893.html

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