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Fourth Sawan Somwar 2024: चौथा सावन सोमवार कब है? शुक्ल योग-स्वाति नक्षत्र में होगी शिव पूजा, देखें जलाभिषेक समय


सावन सोमवार का व्रत श्रावण मास में सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है. अब सावन का चौथा सोमवार आने वाला है. तीन सावन सोमवार बीत चु​के हैं. चौथे सावन सोमवार के दिन शुक्ल योग और स्वाति नक्षत्र का संयोग बन रहा है. हालांकि उस दिन भद्रा भी लग रही है, लेकिन उसका वास पाताल लोक में है. सावन सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा की जाती है और उनका जलाभिषेक भी किया जाता है. सावन सोमवार को आप रुद्राभिषेक भी करा सकते हैं, जिससे आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि चौथा सावन सोमवार कब है? उस दिन जलाभिषेक का समय क्या है?

चौथा सावन सोमवार 2024 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चौथा सावन सोमवार 12 अगस्त को है. उस दिन सावन मा​ह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी ​तिथि है. जो सुबह में 07:55 ए एम तक मान्य है, उसके बाद से सावन शुक्ल अष्टमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी. सप्तमी तिथि के अधिपति देव भगवान चित्रभानु हैं. इस तिथि में सूर्य देव की पूजा करना अतिशुभ माना जाता है.

2 शुभ योग में चौथा सावन सोमवार 2024
चौथे सावन सोमवार के दिन 2 शुभ योग बनेंगे. उस दिन शुक्ल योग प्रात:काल से लेकर शाम 4 बजकर 26 मिनट तक है. उसके बाद से ब्रह्म योग लगेगा. चौथे सावन सोमवार पर स्वाति नक्षत्र प्रात:काल से लेकर सुबह 08:33 ए एम तक है, उसके बाद विशाखा नक्षत्र है.

चौथा सावन सोमवार 2024 मुहूर्त
चौथा सावन सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:23 ए एम से 05:06 ए एम तक है. इसमें आपको स्नान करना चाहिए. यह स्नान का सबसे अच्छा समय माना जाता है. उस दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजीत मुहूर्त 11:59 ए एम से दोपहर 12:52 पी एम तक है.

चौथे सावन सोमवार पर जलाभिषेक का समय
यदि आपको चौथे सावन सोमवार के दिन जलाभिषेक करना है तो आप ब्रह्म मुहूर्त 04:23 ए एम से जलाभिषेक कर सकते हैं. चौथे सावन सोमवार पर पूरे दिन शुभ योग बने हैं, ऐसे में आप कभी भी शिवलिंग का जलाभिषेक कर सकते हैं.

चौथा सावन सोमवार 2024 राहुकाल
राहुकाल के समय में कालसर्प दोष की पूजा कराते हैं. चौथे सावन सोमवार पर राहुकाल 07:28 ए एम से 09:07 ए एम तक है.

चौथे सावन सोमवार पर भद्रा काल
चौथे सावन सोमवार के दिन पाताल की भद्रा है. भद्रा 07:55 ए एम से 08:48 पी एम तक है. इसका वास स्थान पाताल में है. पाताल की भद्रा का असर पृथ्वी पर नहीं माना जाता है. वैसे भी शिव पूजा में रा​हुकाल और भद्रा नहीं देखते हैं.

चौथे सावन सोमवार 2024 शिववास
12 अगस्त को चौथे सावन सोमवार पर शिववास भोजन में 07:55 ए एम तक है. उसके बाद श्मशान में है. सावन में आप किसी भी दिन रुद्राभिषेक करा सकते हैं, शिववास देखने की जरूरत नहीं पड़ती है.


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https://hindi.news18.com/news/dharm/fourth-sawan-somwar-2024-date-muhurat-shukla-yoga-swati-nakshatra-jalabhishek-ka-samay-importance-8568387.html

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