Sunday, September 28, 2025
26 C
Surat

Hans Mahapurush Yoga। हंस महापुरुष योग से जीवन में सफलता


Last Updated:

हंस महापुरुष योग बृहस्पति की सही स्थिति से बनता है, जिससे शिक्षा, लेखन, समाज सेवा में सफलता, मान-सम्मान और प्रसिद्धि मिलती है. पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया.

कुंडली का सबसे शक्तिशाली योग, जानें कैसे विशेष योग से मिलती है प्रतिष्ठा-सफलताहंस महापुरुष योग
Han Mahapurush Yoga Effects: जन्म कुंडली हर व्यक्ति की जिंदगी की दिशा तय करती है. इसमें बने अलग-अलग योग जीवन में सफलता, प्रसिद्धि और धन-सम्पत्ति दिलाने में मदद करते हैं. इनमें से सबसे शक्तिशाली माना जाता है हंस महापुरुष योग. यह योग सिर्फ भौतिक सफलता ही नहीं, बल्कि व्यक्ति को ज्ञानी और सम्मानित भी बनाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जो लोग इस योग के प्रभाव में होते हैं, उन्हें शिक्षा, लेखन, प्रवचन और समाज सेवा में बड़ी सफलता मिलती है. हंस महापुरुष योग सिर्फ कुंडली में बृहस्पति ग्रह की सही स्थिति से बनता है और इसके सही निर्माण और फल जानना हर व्यक्ति के लिए जरूरी है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

हंस महापुरुष योग कैसे बनता है
ज्योतिषियों का मानना है कि हंस महापुरुष योग बृहस्पति ग्रह के प्रभाव से बनता है. यदि बृहस्पति कुंडली के प्रमुख भावों में अपनी उच्च राशि, मूल त्रिकोण या स्वराशि में स्थित होता है, तो यह योग बनता है. विशेषकर यदि बृहस्पति प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में यानी कर्क राशि में या अपनी स्वराशि मीन राशि में हो, तो यह योग पूरी तरह से प्रभावी होता है. कुंडली में बृहस्पति की सही स्थिति ही यह तय करती है कि व्यक्ति को इस योग का पूरा लाभ मिलेगा या नहीं.

यह भी पढ़ें – राहु दोष शांति का सबसे आसान और असरदार उपाय, जिसे करने से बदल सकती है आपकी किस्मत

हंस महापुरुष योग के जबरदस्त परिणाम
इस योग का प्रभाव व्यक्ति की मान-प्रतिष्ठा और सामाजिक सम्मान पर दिखाई देता है. शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखने वाले इस योग के प्रभाव से बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं. प्रवचन देने वाले और समाज में मार्गदर्शन करने वाले लोग इस योग से लोकप्रिय और सम्मानित बनते हैं. व्यक्ति के बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है, जिससे लोग उनकी सलाह लेने आते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग का सर्वोत्तम फल 50 से 60 वर्ष की आयु में देखने को मिलता है.

हंस महापुरुष योग से प्रभावित क्षेत्र
यदि कुंडली में अन्य ग्रह जैसे शुक्र, चंद्र और बुध बृहस्पति पर दृष्टि डाल रहे हों, तो व्यक्ति असाधारण गुणों से संपन्न होता है. इस योग के प्रभाव में व्यक्ति शिक्षण, लेखन, वित्त, बैंकिंग, समाज सेवा, धर्म, ज्योतिष और अन्य वैदिक विद्याओं में रुचि रखता है. यह योग न सिर्फ करियर में सफलता दिलाता है, बल्कि व्यक्ति को समाज में प्रसिद्धि और सम्मान भी दिलाता है.

किन परिस्थितियों में योग का फल नहीं मिलता
हालांकि, हंस महापुरुष योग बनना पर्याप्त नहीं है. यदि बृहस्पति अपनी नीच राशि या शत्रु राशि में हो, तो योग बनने के बावजूद व्यक्ति को इसका पूरा लाभ नहीं मिलता. ऐसी स्थिति में जीवन में कई अवसर अधूरे रह जाते हैं और व्यक्ति अपेक्षित सफलता नहीं पा पाता. इसलिए कुंडली में बृहस्पति की स्थिति और अन्य ग्रहों की दृष्टि का विश्लेषण करना जरूरी है

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homeastro

कुंडली का सबसे शक्तिशाली योग, जानें कैसे विशेष योग से मिलती है प्रतिष्ठा-सफलता


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-how-to-formed-hans-mahapurush-yoga-in-kundali-know-its-power-and-benefits-ws-ekl-9570976.html

Hot this week

Topics

Vastu rules for Grih Pravesh in Navratri

Last Updated:September 28, 2025, 16:13 ISTNavratri Griha Pravesh...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img