Last Updated:
म्यूजिक कई बीमारियों और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है, खासकर मानसिक स्वास्थ्य के लिए संगीत चिकित्सा (Music Therapy) एक प्रभावी तरीका है

Music Therapy : घरों में लोग बीमारियों का सामना करते हैं. उन्हें दवा खाने में बहुत दिक्कत होती है. या दवा खाने के लिये उनके पास अतिरिक्त पैसे नहीं होते. जिसकी बजह से उन्हें सही इलाज नहीं मिलता है और उनकी बीमारी बनी रहती है. आज हम एक ऐसी युक्ति बताने जा रहे हैं जिससे आपकी बीमारियां बहुत आसानी से ठीक हो जाएंगी. जी हां बस आपको एक किसी भी म्यूजिक सिस्टम से बीमारी से सम्बंधित म्यूजिक को सुनना है. हम आपको बताने जा रहे हैं किस बीमारी में कौन सा म्यूजिक सुनना चाहिए.
सिरदर्द : अक्सर लोगों में तनाव की बजह से सिरदर्द की समस्या रहती है. अगर आपको सिरदर्द की समस्या है तो आपको राग भैरव सुनना चाहिए. इससे आपको आराम मिलना शुरू हो जाएगा.
अस्थमा : यदि कोई व्यक्ति अस्थमा के रोग से पीड़ित है तो उसे मालकांस या ललित राग सुनना चाहिए. इससे उसकी अस्थमा की बीमारी में धीरे-धीरे आराम मिल जाएगा.
ब्लड प्रेशर : जिन लोगों को ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्याएं हैं. वह जातक भूप राग को सुनना शुरू कर दें. इससे उनको ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्याओं में आराम मिल जाएगा.
मनोरोग अथवा डिप्रेशन : जिन लोगों को मानसिक समस्याएं अक्सर रहती हैं या बात-बात पर डिप्रेशन हो जाता है. ऐसे लोगों को मधुवंती राग सुनना चाहिए. इससे उन्हें मानसिक रूप से मजबूती मिलती है.
खून की कमी : जिन लोगों के शरीर में रक्त से संबंधित समस्याएं हैं. जैसे शरीर में ब्लड कम होना तो ऐसे लोगों को पीलू राग सुनना चाहिए.इससे उनके शरीर में ब्लड की समस्या समाप्त हो जाती है.
याददाश्त : जिन लोगों को याददाश्त कमजोर है या शार्ट टाइम मेमोरी लॉस की प्रॉब्लम है उन लोगों को शिवरंजनी राग सुनना चाहिए. इससे उनकी याददाश्त तेज होगी.
कमजोरी : अक्सर लोग कमजोरी की शिकायत करते हैं. शारीरिक रूप से उन्हें बहुत कमजोरी महसूस होती है. दवा खाने के बाद भी शरीर मजबूत नहीं होता. ऐसे लोगो को जय जयवंती राग सुनना चाहिए.
एसिडिटी : बहुत से लोगों में एसिडिटी की समस्या बहुत आम है. कुछ भी खा नहीं पाते हैं औऱ गैस की दिक्कत बनी रहती है. ऐसे जातकों को खमाज राग सुनना चाहिए. इससे एसिडिटी की समस्या का अंत होगा.
अनिद्रा : बहुत से लोगों को रात में नींद नहीं आती है. नींद की दवाओं का सेवन रोज उन्हें करना पड़ता है.इस अनिद्रा रोग से बचने के लिए उन्हें भैरवी राग सुनना चाहिए. इससे उन्हें सही समय पर नींद अपने आप आ जाएगी.
हृदय रोग : हृदय से संबंधित रोग आजकल खानपान की वजह से बहुत ज्यादा हो रहे हैं. ऐसे लोगों को दरबारी राग सुनना चाहिए इससे उन्हें हृदय से संबंधित रोगों में लाभ मिलेगा.
March 13, 2025, 13:16 IST
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/dharm/music-therapy-healing-diseases-with-ragas-learn-which-raga-for-what-9097974.html