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Navratri 2024: नवरात्रि में कब जलाई जाती है अखंड ज्योति? 9 दिनों के अंदर बुझ जाए दीया तो क्या करें, जानें जरूरी नियम, महत्व


Shardiya Navratri 2024: 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाली है. 3 तारीख को कलश स्थापना होगी. पूरे 10 दिनों तक नवरात्रि का यह शुभ पर्व सेलिब्रेट किया जाएगा. 13 अक्टूबर को दसवीं यानी दशहरा मनाया जाएगा. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा श्रद्धा भाव से लोग करते हैं. नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित करना का खास महत्व है. इसके बिना पूजा की शुरुआत अधूरी मानी जाती है. प्रथम दिन कलश स्थापना (Kalash Sthapana) के बाद अखंड ज्योति (Akhand Jyoti) जरूर जलानी चाहिए. चलिए जानते हैं अखंड ज्योति जलाने के नियम और महत्व क्या हैं.

अखंड ज्योति जलाने का महत्व
ज्योतिष एवं वास्तु आचार्य प्रमोद कुमार अग्रवाल के अनुसार, नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से जीवन और मन में व्याप्त अंधकार दूर हो सकती है. इसे जिंदगी से अंधेरे को दूर करने का प्रतीक माना गया है. आप घर पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने वाले हैं तो अखंड ज्योति अवश्य जलाएं और ये ज्योति पूरे नौ दिनों तक जलती रहे. यदि ये बीच में ही किसी दिन बुझ जाए तो यह अशुभ माना जाता है. जिनके घरों में पूरे 9 दिनों तक ये अखंड ज्योति जलती रहती है, उनके घर सुख-समृद्धि आती है. मां दुर्गा का आशीर्वाद बना रहता है.

अखंड ज्योति जलाने के खास नियम (Akhand Jyoti Jalane ke niyam)

– शुभ मुहूर्त देखकर शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना करें. पूजा की शुरुआत करने के समय अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करने का विधान है, लेकिन कुछ नियमों को अवश्य ध्यान में रखें.

– घर पर दुर्गा जी की प्रतिमा स्थापित करके पूजा करने वाले हैं तो दीपक को घी, सरसों तेल या फिर तिल के तेल में ही जलाएं.

– घी का दीपक जला रहे हैं तो उसे मां दुर्गा की मूर्ति के दाहिने तरफ रखना चाहिए. सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाएं तो मां के बाईं तरफ रखें. दीपक को उड़द दाल, चावल या फिर काले तिल के ही ऊपर रखें. ज्योति की लौ उत्तर, पूर्व या फिर पश्चिम दिशा में हो. भूलकर भी दक्षिण दिशा में दीया न रखें.

– ध्यान रखें कि पूरे नौ दिनों तक दीपक जलते रहनी चाहिए. ऐसे में इसमें घी, तेल पर्याप्त मात्रा में डालते रहें.

– 9 दिनों के अंदर दीया बुझ जाए तो मां दुर्गा से मांफी मांगकर दोबारा दीपक को जला सकते हैं.

– नौ दिनों के बाद भी दीया जलती रहे तो इसे आप फूंक मारकर बुझाएं नहीं. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. दीये को स्वयं ही बुझने दें.

अखंड ज्योति जलाने के क्या होते हैं फायदे (Akhand Jyoti Jalane ke fayde)
नवरात्रि के शुभ अवसर पर पूजा के दौरान मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष आप अखंड ज्योति जलाते हैं तो इससे जीवन में रोशनी और खुशहाली आती है. विधि-विधान से आप पूजा-अर्चना करते हैं तो माता दुर्गा अपने भक्तों को खुशहाल जीवन व्यतीत करने का आशीर्वाद देती हैं. दुर्गा मां प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद सदा आपके ऊपर बनाए रखेंगी. घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. परेशानियां, बाधाओं से छुटकारा मिलता है. आर्थिक समस्याओं से पीछा छूट सकता है.


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https://hindi.news18.com/news/dharm/navratri-2024-start-date-when-is-akhand-jyoti-lit-during-shardiya-navratri-akhand-jyoti-jalane-ke-niyam-significance-mahatva-in-hindi-8733470.html

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