Last Updated:
Tulsi Vivah Kanyadan: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को तुलसी और शालीग्राम का विवाह किया जाता है. आप भी तुलसी विवाह जैसे पवित्र धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर महादान कन्यादान का अक्षय पुण्य कर सकते हैं. कन्यादान करने के लिए आपको कुछ चीजों की जरूरत पड़ेगी. आइए जानते हैं तुलसी विवाह पर महादान कन्यादान के लिए किन किन चीजों की जरूरत पड़ने वाली है.
Tulsi Vivah Kanyadan 2025: तुलसी विवाह एक अत्यंत पुण्यकारी उत्सव है और हिंदू धर्म में इस पर्व का खास महत्व है. तुलसी विवाह भगवान शालिग्राम (विष्णु) और तुलसी देवी (लक्ष्मी स्वरूपा) के पवित्र मिलन का प्रतीक है. इस दिन तुलसी का कन्यादान करना वैदिक शास्त्रों में सर्वश्रेष्ठ दान माना गया है क्योंकि यह दान ना केवल लोकिक, बल्कि आध्यात्मिक और ग्रहशांति दोनों दृष्टियों से अत्यंत फलदायी होता है. इस पुण्य से पूर्व जन्म के पाप नष्ट होते हैं और व्यक्ति को स्वर्गलोक और विष्णु लोक की प्राप्ति होती है. आप भी तुलसी विवाह में जाकर महादान कन्यादान का अक्षय पुण्य प्राप्त कर सकते हैं. तुलसी विवाह में कन्यादान के लिए कुछ चीजों की जरूरत पड़ेगी इसलिए इन चीजों को अभी से रख लें. आइए जानते हैं तुलसी विवाह पर महादान कन्यादान के लिए किन किन चीजों की जरूरत पड़ने वाली है.

तुलसी विवाह पर कन्यादान करने का महत्व
पद्म पुराण में कहा गया है – ‘तुलसी कन्यादानं च यदि कुर्यात् श्रद्धया नरः। सहस्रगोधनं तेन तुल्यं पुण्यं लभेत् ध्रुवम्॥’. अर्थात् जो व्यक्ति श्रद्धा से तुलसी का कन्यादान करता है, उसे हजार गायों के दान के समान पुण्य प्राप्त होता है. इस पुण्य से पूर्व जन्म के पाप नष्ट होते हैं और व्यक्ति को स्वर्गलोक और विष्णु लोक की प्राप्ति होती है. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि तुलसी विवाह में कन्यादान करने से पितरों का तृप्ति और मोक्ष होता है. जिनके पूर्वजों को शांत नहीं किया जा सका हो या पितृदोष हो, वे तुलसी विवाह में कन्यादान करके पितृ शांति प्राप्त करते हैं.
तुलसी विवाह पर कन्यादान के लिए इन चीजों की पड़ेगी जरूरत
तुलसी विवाह पर महादान कन्यादान करने के लिए सुहाग का सामान, हवन सामग्री, तुलसी माता के लिए लाल साड़ी, शालीग्राम भगवान के लिए सूती कपड़ा, अक्षत यानी चावल, फूल, कलश, हल्दी-कुमकुम और फलों-मेवों जैसी सामग्री की आवश्यकता होती है.
तुलसी विवाह 2025 शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, तुलसी-शालीग्राम का विवाह हमेशा सायंकाल के समय किया जाता है. तुलसी विवाह के लिए गोधूलि मुहूर्त सबसे उत्तम रहता है, जो शाम 5 बजकर 35 मिनट से शुरू होगा और 6 बजकर 1 मिनट तक रहने वाला है.
तुलसी विवाह पर कौन कर सकता है कन्यादान
तुलसी विवाह में कन्यादान की रस्म सबसे मुख्य मानी जाती है. धार्मिक परंपराओं के अनुसार, जो व्यक्ति तुलसी-शालीग्राम विवाह का आयोजन करता है, उन लोगों को तुलसी माता के माता-पिता माना जाता है और यही लोग महादान कन्यादान का अक्षय पुण्य प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन आप भी कन्यादान की रस्मों में शामिल होकर कन्यादान का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं और भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. तुलसी विवाह में कन्यादान करने से आत्मा विष्णु लोक को प्राप्त होती है, यह मोक्षदायक कर्म है.

तुलसी विवाह पर कन्यादान करने से ग्रहों का शुभ प्रभाव
तुलसी विवाह में भाग लेकर कन्यादान करने से शुक्र और गुरु ग्रह दोनों शुभ होते हैं. गुरु जीवन में धर्म, संतान और विवाह सुख का कारक है और शुक्र प्रेम, दाम्पत्य और आकर्षण शक्ति का प्रतीक है. तुलसी विवाह में कन्यादान करने वाली महिलाएं अक्षय सौभाग्यवती होती हैं. जो दंपति संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उनके लिए यह दान विशेष फल देता है. तुलसी विवाह में दान देने से व्यक्ति के संचित पाप नष्ट होते हैं और सात्विक कर्मों की वृद्धि होती है. यह दान देव, ऋषि और पितृ तीनों ऋणों से मुक्त करने वाला माना गया है.
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/dharm/tulsi-vivah-kanyadan-samagri-list-in-hindi-tulsi-vivah-muhurat-who-can-do-kanyadan-of-tulsi-ws-kl-9806412.html







