अप्रैल की मासिक शिवरात्रि वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को है. इस दिन शिवरात्रि व्रत रखते हैं और भगवान भोलेनाथ की विधिपूर्वक पूजा करते हैं. अप्रैल की मासिक शिवरात्रि के दिन पूजा के लिए 43 मिनट का ही शुभ मुहूर्त है. उस दिन सुबह से ही भद्रा लग रही है, जो शाम तक रहेगी और उसका वास स्थान मृत्यु लोक यानि पृथ्वी पर है. इस समय में शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है. शिवारात्रि के दिन जलाभिषेक करने और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए रुद्राभिषेक कराने का विधान है. उज्जैन के महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी बता रहे हैं कि अप्रैल की मासिक शिवरात्रि कब है? पूजा मुहूर्त और रुद्राभिषेक का समय क्या है?
अप्रैल मासिक शिवरात्रि 2025
पंचांग के अनुसार, इस साल अप्रैल की मासिक शिवरात्रि के लिए जरूरी वैशाख कृष्ण चतुर्दशी तिथि 26 अप्रैल दिन शनिवार को सुबह 8 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी. यह तिथि 27 अप्रैल रविवार को तड़के 4 बजकर 49 मिनट तक मान्य रहेगी. ऐसे में पूजा मुहूर्त को देखते हुए अप्रैल की मासिक शिवरात्रि 26 अप्रैल शनिवार को मनाई जाएगी. इस दिन शिवरात्रि पूजा होगी.
अप्रैल मासिक शिवरात्रि 2025 मुहूर्त
मासिक शिवरात्रि की पूजा का कभी भी कर सकते हैं, लेकिन रात्रि प्रहर की पूजा का विशेष महत्व होता है. उस आधार पर ही मासिक शिवरात्रि का दिन तय होता है. मासिक शिवरात्रि की पूजा का निशिता मुहूर्त 11:57 पी एम से देर रात 12:40 ए एम तक है. शिव भक्तों को शिवरात्रि की पूजा के लिए 43 मिनट का समय प्राप्त होगा.
अप्रैल शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:18 ए एम से 05:01 ए एम तक है. वहीं अभिजीत मुहूर्त यानि शुभ समय 11:53 ए एम से दोपहर 12:45 पी एम तक रहेगा.
अप्रैल शिवरात्रि 2025 योग और नक्षत्र
अप्रैल मासिक शिवरात्रि पर वैधृति, विष्कंभ और प्रीति योग बनेंगे. सबसे पहले वैधृति योग सुबह में 08 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. उसके बाद विष्कंभ योग बनेगा, जो 27 अप्रैल को प्रात: 04 बजकर 35 मिनट तक रहेगा. फिर प्रीति योग बनेगा. मासिक शिवरात्रि पर उत्तर भाद्रपद नक्षत्र सुबह 06 बजकर 27 मिनट तक है, उसके बाद से रेवती नक्षत्र है, जो अगले दिन तड़के 03 बजकर 39 मिनट तक है.
भद्रा और पंचक में अप्रैल शिवरात्रि 2025
इस बार की अप्रैल शिवरात्रि के दिन भद्रा और पंचक रहेंगे. उस दिन भद्रा सुबह में 08 बजकर 27 मिनट से शाम 06 बजकर 40 मिनट तक है. वहीं पंचक सुबह में 05 बजकर 45 मिनट से अगले दिन 27 अप्रैल को तड़के 03 बजकर 39 मिनट तक रहेगा.
अप्रैल शिवरात्रि 2025 रुद्राभिषेक समय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवरात्रि को पूरे दिन शिववास होता है. ऐसे में आप सूर्योदय के बाद से रुद्राभिषेक करा सकते हैं. जानकारी के लिए अप्रैल मासिक शिवरात्रि पर शिववास भोजन में सुबह 08 बजकर 27 मिनट तक है. उसके बाद श्मशान में 27 अप्रैल को तड़के 4 बजकर 49 मिनट तक है. फिर मां गौरी के साथ है.
मासिक शिवरात्रि का महत्व
हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवारात्रि मनाई जाती है. ऐसे में हर माह में शिवरात्रि एक बार ही आती है. इस दिन शिव पूजा, मंत्र जाप आदि करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है. उनके आशीर्वाद से व्यक्ति के रोग, दुख, दोष आदि मिटते हैं. जीवन में धन, सुख, समृद्धि, अरोग्य आदि की प्राप्ति होती है. आप जिस शुभ मनोकामना से शिवरात्रि पूजा करते हैं, वह शिव कृपा से पूर्ण होती है.
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