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Vastu Tips : जीवन में हर कोई तरक्की चाहता है, लेकिन कभी-कभी अनजाने में किए गए वास्तु दोष हमारे रास्ते में रुकावट डाल देते हैं, अगर शुरुआत से ही सही दिशा, लेवल और ऊर्जा का ध्यान रखा जाए तो कोई भी जगह सफलता का केंद्र बन सकती है.यही वास्तु शास्त्र का असली चमत्कार है – जगह को सिर्फ चार दीवारों से आगे बढ़ाकर, उसे खुशहाली और तरक्की का स्रोत बनाना.
Vastu Tips : जब भी कोई इंसान अपने जीवन में नया कदम बढ़ाता है, चाहे वह नया घर बनाना हो, ऑफिस शुरू करना हो या फैक्ट्री खोलना हो, तो उसकी सबसे बड़ी उम्मीद होती है कि वहां सुख, समृद्धि और तरक्की बनी रहे, लेकिन कई बार देखा जाता है कि जगह बनने के बाद अचानक समस्याएं शुरू हो जाती हैं – जैसे काम रुक जाना, सरकारी रुकावटें आना या निजी जीवन में तनाव बढ़ना. वहीं दूसरी ओर, कुछ जगहें इतनी शुभ होती हैं कि वहां कदम रखते ही सफलता मिलने लगती है. इन दोनों ही स्थितियों के पीछे अक्सर एक बड़ा कारण छिपा होता है – वास्तु शास्त्र.वास्तु के नियमों को सही ढंग से अपनाने से जगह की ऊर्जा सकारात्मक होती है और जीवन में सफलता का रास्ता खुलता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं इंदौर निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.
वास्तु शास्त्र सिर्फ दीवारों या कमरों की दिशा तय करने का विज्ञान नहीं है, बल्कि यह उस जगह की ऊर्जा को संतुलित करने का तरीका है. जब कोई भवन, प्लॉट या ऑफिस सही दिशा और लेवल के हिसाब से बनता है तो वहां काम करने वाले लोगों की सोच और मेहनत भी सही दिशा में लगती है. यही वजह है कि कई बार छोटे-से बदलाव से भी बड़े-बड़े परिणाम दिखने लगते हैं.
गलत लेवल और उसका असर
अक्सर लोग ध्यान नहीं देते कि जमीन का लेवल किस दिशा में ऊँचा या नीचा है. उदाहरण के तौर पर, अगर उत्तर दिशा में जमीन ऊंची कर दी जाए तो सरकारी कामों में अड़चनें आना और प्रोजेक्ट रुकना लगभग तय माना जाता है. यह बात बहुत से लोग अनुभव कर चुके हैं.
सही उपाय और समाधान
अगर किसी जगह पर निर्माण के दौरान वास्तु दोष रह जाए तो उसका समाधान भी संभव है. इसके लिए समय रहते सही कदम उठाने की ज़रूरत होती है. जैसे –
1.ऊर्जाओं का मापन करके उन्हें सक्रिय करना.
2.भू-नाड़ी और व्यक्तिगत नाड़ियों का परीक्षण करके उसका समाधान करना.
3.कॉपर स्ट या अन्य वास्तु उपकरणों का सही दिशा में इस्तेमाल करना.
जब ये उपाय सही ढंग से किए जाते हैं तो उसी समय से जगह की सकारात्मक ऊर्जा जागृत हो जाती है और वहां पर शुरू किया गया काम धीरे-धीरे फल देने लगता है.
तरक्की की राह
वास्तु का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक बार नींव से सही सुधार कर दिया जाए तो आगे चलकर पीछे मुड़कर देखने की ज़रूरत नहीं पड़ती. जगह की ऊर्जा इतनी सकारात्मक हो जाती है कि वहां काम करने वाले हर इंसान को आगे बढ़ने के मौके मिलने लगते हैं. यही वजह है कि आजकल बड़े-बड़े कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, ऑफिस और फैक्ट्रियों में वास्तु का खास ध्यान रखा जाता है ताकि आने वाला हर व्यक्ति न सिर्फ मालिक के लिए बल्कि अपने लिए भी सफलता और खुशहाली लेकर जाए.
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https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-vastu-tips-for-home-office-and-factory-success-know-its-importance-in-construction-ws-ekl-9683718.html