विनायक चतुर्थी व्रत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाएगा. यह नवंबर का पहला चतुर्थी व्रत होगा. विनायक चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करते हैं. इस बार की विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग का निर्माण हो रहा है. विनायक चतुर्थी की पूजा के समय रवि योग और ज्येष्ठा नक्षत्र का संयोग बन रहा है. जो लोग विनायक चतुर्थी का व्रत रखकर गणपति बप्पा की पूजा करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर होते हैं, कार्य बिना विघ्न के पूर्ण होते हैं, जीवन में शुभता आती है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि विनायक चतुर्थी व्रत कब है? पूजा का मुहूर्त, शुभ योग और चंद्रोदय समय क्या है?
विनायक चतुर्थी व्रत 2024 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरूआत 4 नवंबर को रात में 11 बजकर 24 मिनट पर हो रही है. इस तिथि का समापन 5 नवंबर को देर रात 12 बजकर 16 मिनट पर होगा. उदयातिथि के आधार पर विनायक चतुर्थी का व्रत 5 नवंबर दिन मंगलवार को रखा जाएगा.
विनायक चतुर्थी 2024 मुहूर्त
जो लोग 5 नवंबर को विनायक चतुर्थी का व्रत रखेंगे, उनको पूजा के लिए 2 घंटे 11 मिनट का शुभ मुहूर्त प्राप्त होगा. उस दिन विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ समय दिन में 10 बजकर 59 मिनट से दोपहर 1 बजकर 10 मिनट तक है. इस समय में ही आपको गणपति बप्पा की पूजा विधि विधान से कर लेना चाहिए.
विनायक चतुर्थी के दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:52 ए एम से 05:44 ए एम तक है. यह स्नान के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है. विनायक चतुर्थी का शुभ समय यानी अभिजीत मुहूर्त दिन में 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक है.
2 शुभ योग में है विनायक चतुर्थी 2024
इस बार की विनायक चतुर्थी पर 2 शुभ योग बन रहे हैं. सुकर्मा योग दिन में 11 बजकर 28 मिनट से बन रहा है, जो पूर्ण रात्रि तक है. वहीं रवि योग सुबह में 6 बजकर 36 मिनट से बनेगा, जो सुबह 9 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. उस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर सुबह 9 बजकर 45 मिनट तक है. उसके बाद से मूल नक्षत्र है.
विनायक चतुर्थी 2024 चांद निकलने का समय
5 नवंबर को विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रोदय सुबह में 10 बजकर 5 मिनट पर होगा, वहीं चंद्रास्त रात में 8 बजकर 9 मिनट पर होगा. विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन वर्जित है. चंद्रमा का दर्शन करने से मिथ्या कलंक लगने की आशंका होती है.
विनायक चतुर्थी 2024 भद्रा और राहुकाल
विनायक चतुर्थी के दिन राहुकाल का समय दोपहर में 2 बजकर 49 मिनट से शाम 4 बजकर 11 मिनट तक है. वहीं उस दिन भद्रा लगी है. भद्रा का समय दिन में 11 बजकर 54 मिनट से लेकर देर रात 12 बजकर 16 मिनट तक है. इस भद्रा का वास पाताल लोक में है. हालांकि इस भद्रा का प्रभाव विनायक चतुर्थी की पूजा पर मान्य नहीं है.
FIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 10:02 IST
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