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शादियों में धीरे-धीरे ‘उपहारों’ और नई गृहस्थी शुरू करने वाले जोड़ों को दी जाने वाली जरूरी चीजों का स्थान, दहेज ने ले लिया और ये कुप्रथा बड़े स्तर पर शादियों से जुड़ती चली गई. लेकिन एक जोड़ी इसके खिलाफ खड…और पढ़ें

ये घटना दिल्ली के सिद्धार्थ और श्रुति के वैवाहिक समारोह की है.
हाइलाइट्स
- गुर्जर समाज के शख्स ने बिना दहेज शादी की मिसाल पेश की.
- सिद्धार्थ और श्रुति की शादी में सिर्फ 101 रुपये कन्यादान लिया गया.
- शादी में दहेज प्रथा को खत्म करने का संदेश दिया गया.
भारतीय संस्कृति में विवाह को एक संस्कार के तौर पर देखा जाता है. शादी सिर्फ 2 लोगों के बीच नहीं बल्कि ये संबंध 2 परिवारों के बीच बनता है, इसलिए इस संस्कार में पूरे समाज को शामिल किया जाता है. समाज के जुड़ने से धीरे-धीरे इस संस्कार में ‘उपहारों’ और नई गृहस्थी शुरू करने वाले जोड़ों को दी जाने वाली जरूरी चीजों का स्थान धीरे-धीरे दहेज ने ले लिया और ये कुप्रथा बड़े स्तर पर शादियों से जुड़ती चली गई. लेकिन कई बार कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं, जिन्हें देखकर पूरे समाज और बिरादरी को सीखने का मौका मिलता है. ऐसा ही हुआ, जब एक शादी में भरे समाज के सामने एक शख्स ने मिसाल साबित की.
दरअसल ये वाकया है गुर्जर समाज के गांव जमरूदपुर के रहने वाले एक शख्स का, जिन्होंने अपने बेटे की शादी में मिसाल कायम कर दी. वीडियो में एक शख्स खड़ा होता है और दहेज पर बोलता है. वह कहता है, ‘नमस्कार, आज सिद्धार्थ और श्रुति के वैवाहिक समारोह में उपस्थित सभी सम्मानित परिवारगण, रिश्तेदारगण और समाज के सभी वरिष्ठों को राम-राम और नमस्कार. सम्मानित बुजुर्गों और भइयों-बहनों, आज ये जो वैवाहिक कार्यक्रम हो रहा है, दोनों ही बच्चे सिद्धार्थ और श्रुति वेल-क्वालिफाइड (उच्च शिक्षा प्राप्त) और पढ़े-लिखे हैं. सिद्धार्थ पेशे से इंजीनियर है, वहीं श्रुति असोसिएट प्रोफेसर है, श्रुति ने नेट क्वालिफाई किया हुआ है, जेआरएफ क्लीयर किया है और पीएचडी कर रही है.’ ये सुनते ही वहां बैठे लोग तालियां बजाने लगते हैं.
वह आगे कहता है, ‘सभी बुजुर्गों, ये शादी पूरी तरह बिना किसी दान-दहेज के, बिना किसी दिखावे के हो रही है. इस शादी के उपलब्क्ष में सभी रीति-रिवाजों को पूरा किया गया है. समाज में ये संदेश देने की कोशिश की गई है कि जो दहेज का दिखावा चल रहा है, उसे खत्म करने की कोशिश की गई है. आशा करते हैं समाज इससे सीखने का काम करेगा.’ ये वीडियो gurjar_boys_page नाम के एक इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया गया है. वीडियो में जमरूदपुर गांव के रहने वाले दिल्ली निवासी श्री बलवंत दायमा के सुपुत्र सिद्धार्थ की शादी का है. सिद्धार्थ की श्रुति के साथ शादी हुई है. श्रुति, स्वर्गीय श्री वेदपाल नागर, निवासी बादलपुर की बेटी हैं. इस जोड़ी की शादी 23 फरवरी को हुई है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/relationships-gurjar-community-engineer-boy-and-professor-girl-got-married-without-dowry-guest-shocked-and-surprise-same-time-watch-video-9073963.html