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Bihar Heritage: यूपी के प्रयागराज की तरह बिहार की विरासत से भी दुनिया अब परिचित होगी. बिहार के पटना और बोधगया में कलाग्राम बनेगा. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने कलाग्राम स्थापित करने की मंजूरी कुछ महीने प…और पढ़ें

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पटना और बोधगया का चयन किया जाना राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
हाइलाइट्स
- बोधगया में 5 एकड़ में बनेगा कला ग्राम
- बिहार की सांस्कृतिक विरासत को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान
- परियोजना से पर्यटन और रोजगार में होगी वृद्धि
गया. यूपी के प्रयागराज की तरह अब बिहार की विरासत भी दुनिया के सामने आएगी. बिहार के पटना और बोधगया में कलाग्राम बनेगा. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने कुछ महीने पहले ही इस परियोजना को मंजूरी दी है. कुंभ मेले 2025 के दौरान प्रयागराज में स्थापित कलाग्राम की सफलता को देखते हुए, भारत सरकार ने देश भर में 20 नए कलाग्राम स्थापित करने का निर्णय लिया है. इस कड़ी में बिहार के पटना और बोधगया का चयन राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा कलाग्राम केंद्र का होगा निर्माण
यह पहल बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उसे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से की जा रही है. यह कलाग्राम न केवल कलाकारों, शिल्पकारों और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगा, बल्कि कला, संस्कृति और परंपरा के संवर्धन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. कलाग्राम के लिए गया जिले के बोधगया अंचल क्षेत्र में मरासा सरोवर होटल जाने वाले रास्ते में चार एकड़ 78 डिसमिल जमीन चिन्हित की गई है. इस जमीन पर कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा कलाग्राम केंद्र का निर्माण कराया जाएगा.
बढ़ेगा टूरिज्म सेक्टर
डीएम ने बताया कि कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है. यह योजनाएं काफी बड़ी और महत्वपूर्ण हैं. इससे गया और बोधगया में विकास की गति को बल मिलेगा. आने वाले समय में टूरिज्म सेक्टर बढ़ेगा और लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. जिले की अर्थव्यवस्था भी तेजी से बढ़ेगी. सभी परियोजनाओं का कनेक्टिविटी के हिसाब से चयन किया गया है.
पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ेगी बिहार की पहचान
डीएम ने बताया कि गया एक पौराणिक धरती रही है. ऐसे में बोधगया में कलाग्राम बनाए जाने से बड़ी सफलता मिलेगी. पौराणिक विरासतों को भी मंच मिल सकेगा. वहीं, कई तरह की कलाओं को एक पड़ाव भी मिलेगा. गया अंतर्राष्ट्रीय स्थली है. यहां पहले से ही विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर और अंतरराष्ट्रीय धरोहर महाबोधि मंदिर है. ऐसे में कलाग्राम बनने से पर्यटन के क्षेत्र में बिहार को और बड़ी पहचान मिलने में मदद मिलेगी. केंद्र सरकार न सिर्फ कलाग्राम का निर्माण कराएगी, बल्कि इसके रखरखाव एवं सभी तरह के खर्च भी केंद्र ही वहन करेगी.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/culture-kala-gram-will-be-built-in-bodh-gaya-on-5-acres-of-land-cultural-heritage-will-get-international-recognition-local18-ws-bl-9265923.html