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Mandi News: जिला स्तरीय नलवाड़ मेला करसोग के छठे दिन महिलाओं ने महानाटी का आयोजन किया, जिसमें 500 महिलाओं ने भाग लिया. मुख्यातिथि नारायण सिंह थे और नायब तहसीलदार शांता शुक्ला ने धाठू भेंट किए.

नाटी डालती महिलाएं
हाइलाइट्स
- करसोग मेले के छठे दिन 500 महिलाओं ने महानाटी में लिया भाग
- मुख्यातिथि नारायण सिंह और नायब तहसीलदार शांता शुक्ला ने धाठू भेंट किए
- महानाटी ने पुरातन संस्कृति की यादें जीवंत की
मंडी. जिला स्तरीय नलवाड़ मेला करसोग के छठे दिन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग के खेल मैदान में महिलाओं द्वारा महानाटी का आयोजन किया गया. महानाटी में लगभग 20 महिला मंडल व स्वयं सहायता समूह की लगभग 500 महिलाओं ने भाग लिया.
पुरातन संस्कृति की यादें हुई जीवंत
यह महानाटी जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के छठे दिन आकर्षण का केंद्र रही. मेला मैदान में महिलाओं ने एक साथ सामूहिक नाटी डालकर कर पुरातन संस्कृति की यादों को जीवंत कर दिया. महानाटी में ग्राम पंचायत ममेल के प्रधान नारायण सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.
महिलाओं को भेंट किए धाठू
नायब तहसीलदार करसोग शांता शुक्ला ने महानाटी में भाग लेने वाली महिलाओं को धाठू भेंट किए. महिलाओं ने धाठू लगाकर नाटी में भाग लिया. इस अवसर पर मेला अधिकारी एवं तहसीलदार करसोग वरुण गुलाटी ने मुख्यातिथि को शॉल और टोपी भेंट कर सम्मानित किया.
क्या होती है नाटी
नाटी एक पहाड़ी स्टाइल ऑफ डांस है जिसे हिमाचल प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में डांस करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है. यह नाटी नदी ही पुरातन संस्कृति को दर्शाती है और काफी समय से पुराने लोग भी नाटी डाल कर ही आनंद या त्यौहार की खुशियां मनाते थे और यह कल्चर आज भी मंडी में मौजूद है.
मिलेगी राष्ट्रीय पहचान
मंडी के स्थानीय निवासी आकाश शर्मा के अनुसार नाटी एक बड़ी ही प्रसिद्ध डांस शैली रही हुई है और जब मेले लगते हैं तो इसमें इसे इंट्रोड्यूस किया गया है जो बहुत अच्छी बात है क्योंकि इससे एक तरह से हमारी संस्कृति को ही पहचान अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पटल पर मिल पाएगी.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/culture-mahanati-was-organized-on-the-sixth-day-of-district-level-nalwad-fair-karsog-500-women-participated-in-mahanati-local18-9166280.html