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अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा

अक्षय तृतीया
हाइलाइट्स
- अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी.
- तांबा, पीतल, मिट्टी के कलश का दान करें.
- सात अनाज का दान पितृ दोष से मुक्ति दिलाता है.
अयोध्या: सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का पर्व बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है. इस साल अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को है. अक्षय तृतीया के दिन किया गया कार्य कई गुना फल की प्राप्ति भी देता है. कहा जाता है अक्षय तृतीया के दिन कोई भी अच्छा काम बिना किसी मुहूर्त देखे भी किया जा सकता है. शास्त्रों में भी बताया गया है कि अक्षय तृतीया के दिन किए गए कार्य से कई गुना फल की प्राप्ति भी होती है, तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि कब है अक्षय तृतीया और इस दिन क्या करें दान…
कब है अक्षय तृतीया
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा. इस दिन गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. साथ ही यह दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है. अक्षय तृतीया के दिन कुछ चीजों का दान करने से शुभ फल की प्राप्ति भी होती है.
क्या करें दान
अक्षय तृतीया के दिन तांबा पीतल अथवा मिट्टी के कलश को दान करना चाहिए. इन चीजों को किसी जरूरतमंद को देना चाहिए ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
दान करने से पितृ दोष से मुक्ति
इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन अगर कोई नंगे पैर चल रहा है, तो उसकी छत अथवा चप्पल दान करना चाहिए. ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इसके अलावा अक्षय तृतीया के मौके पर सात अनाज का दान भी किया जाता है, जिसमें सत्तू, चना, गेहूं, चावल ,जो ,मक्का, मूंग को किसी जरूरतमंद को दान करने से पितृ दोष से मुक्ति भी मिलती है.
धार्मिक मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन शक्कर, गुड़, ताजा फल दान करना बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद और गहरा बनता है.