देवघर: आज यानी 7 सितंबर 2024 से गणेश उत्सव शुरू हो गया है. गणेश चतुर्थी के दिन बहुत से भक्त घर पर गणेश जी की स्थापना करते हैं. यूं तो गणेश चतुर्थी पर गणेश प्रतिमा की स्थापना के बाद अनंत चतुर्दशी तक यानी 10 दिन उनकी पूजा की जाती है, लेकिन बहुत से भक्त किसी कारणवश दस दिन तक पूजा नहीं कर पाते. ऐसे में सवाल उठता है कि प्रतिमा का विसर्जन कब किया जाए?
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one को बताया कि गणेश उत्सव की शुरुआत हो चुकी है. घर-घर में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित कर उनकी विधि विधान के साथ पूजा की जा रही है. मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से गजानन के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती भी प्रसन्न होते हैं और जातक के जीवन से सभी प्रकार के संकट समाप्त हो जाते हैं.
किस दिन करें मूर्ति विसर्जन
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यूं तो गणेश उत्सव 10 दिन तक मनाया जाता है. इन 10 दिन में हर रोज सुबह-शाम आरती के साथ गजानन का मनपसंद भोग भी लगाना चाहिए. वैसे भगवान गणेश की मूर्ति पूरे 10 दिन तक स्थापित रहनी चाहिए. लेकिन, अगर किसी कारणवश बप्पा की मूर्ति विसर्जित करनी पड़े तो ऐसे ही किसी भी दिन मूर्ति का विसर्जन न करें, अन्यता अशुभ प्रभाव पड़ेगा. भगवान गणेश की मूर्ति पंचमी तिथि यानी कल, फिर स्थापना के पांचवें दिन और नहीं तो फिर अंतिम दिन यानी चतुर्दशी को ही विसर्जित करनी चाहिए.
इस विधि से करें विसर्जन
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन करने से पहले घर में पूजा अवश्य कर लें. फिर उनका आरती उतार लें. मनपसंद भोग लगाएं. उसके बाद ही बप्पा को घर से विदा करें. ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं हर घर में साल भर सुख समृद्धि का वास होता है. संकट समाप्त हो जाते हैं.
FIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 13:40 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.