निर्मल कुमार राजपूत / मथुरा: ब्रज क्षेत्र में भगवान विष्णु के अनन्य भक्त प्रह्लाद को तो सभी जानते हैं, लेकिन एक और भक्त ऐसा है जिसकी पहचान आज भी रहस्य बनी हुई है. इस भक्त को भगवान विष्णु ने अमर रहने का वरदान दिया था और आज भी वह भगवान की साधना में लीन रहता है. आइए जानते हैं वह भक्त कौन था, उसे यह वरदान क्यों मिला और इसके पीछे की मान्यताएं क्या हैं.
मथुरा के मधुबन स्थित कृष्ण कुंड, जो भगवान श्रीकृष्ण के साथ जुड़ी अपनी अनोखी मान्यता और पहचान के लिए प्रसिद्ध है. इसका इतिहास भी भगवान विष्णु और उनके भक्त राजा अमरीश से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि श्रीकृष्ण ने अपनी बांसुरी से इस कुंड को खोदकर अपनी प्यारी गायों की प्यास बुझाई थी. इसके साथ-साथ इस कुंड का एक और रहस्यमयी इतिहास है. मान्यता के अनुसार, ध्रुव टीले पर राजा अमरीश भगवान विष्णु की साधना में लीन थे और उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने उन्हें अमर रहने का वरदान दिया.
राजा अमरीश को प्राप्त है अमरता का वरदान
मंदिर के सह सेवादार रामजीलाल के अनुसार, राजा अमरीश आज भी मथुरा के थाना हाईवे क्षेत्र के गांव महोली में स्थित कृष्ण कुंड में स्नान करने आते हैं. बुजुर्गों का कहना है कि उन्होंने राजा अमरीश को स्नान करते हुए देखा है. राजा अमरीश भगवान विष्णु के अनन्य भक्त माने जाते हैं और उन्हें विष्णु द्वारा अमरता का वरदान प्राप्त है.
इस कुंड पर स्नान करते लोगों ने राजा अमरीश को देखा
रात के करीब 12:00 बजे, राजा अमरीश काले घोड़े पर सवार होकर कृष्ण कुंड में स्नान करने के लिए आते हैं. स्नान करने के बाद वे पुनः भगवान के ध्यान में लीन हो जाते हैं. उनकी यह यात्रा और स्नान बिना किसी शोर-शराबे के, रात के सन्नाटे में ही होती है. राजा अमरीश की यह भक्ति और साधना आज भी ब्रज में एक गहरी आस्था और रहस्य का विषय बनी हुई है.
FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 12:29 IST
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