उज्जैन. देश भर में सोमवार 19 अगस्त को राखी का पर्व मनाया जाएगा. महाकाल मंदिर के समीप स्थित बड़े गणेश मंदिर को लेकर भी एक रोचक जानकारी है. दरअसल, बड़े गणेश को भाई मानने वाली बहनें प्रति वर्ष राखी भेजती हैं. ये राखियां विदेश से भी यहां पहुंचती हैं. बड़े गणेश को भाई मानने वाली बहनें हर साल अमेरिका, सिंगापुर, दुबई से राखी भेजती हैं. इसके अलावा मुंबई, राजस्थान, इंदौर जैसे कई शहरों से बहनें राखी भेजती हैं. इस बार भी ये राखियां उज्जैन पहुंच रही हैं. रक्षाबंधन पर सर्वप्रथम गणेश भगवान को राखी बांधी जाएगी.
ज्योतिषाचार्य आनंद शंकर व्यास के पौत्र अक्षत व्यास ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण 120 वर्ष पहले हुआ था. यहां जो गणेश जी विराजमान हैं, वह भाई स्वरूप में हैं. इसलिए बहनें इनको राखी बांधने आती हैं. हर साल एक बहन बड़े गणेश जी को अमेरिका से सोने कि गिन्नी वाली राखी भेजती हैं, जिसकी कीमत लाखों मे होती है. पिछली बार एक बहन ने 15 किलो चांदी कि राखी गणेश जी को बांधी थी. अभी कैलिफोर्निया और शिकागो से राखी आ चुकी है. राखियों का आने का क्रम जारी है. 19 अगस्त को बहुत सी बहनें यहां राखी बांधने आएंगी.
पुजारी बांधते हैं राखी
भगवान बड़े गणेश को देश-विदेश में रहने वाली अनेक महिलाएं व युवतियां अपना भाई मानती हैं. इनके द्वारा प्रतिवर्ष भगवान के लिए राखी भेजी जाती है. इस बार भी बहनों ने राखी भेजने की शुरुआत कर दी है. राखी पर रात में बहनों के नाम व गोत्र का उच्चारण करते हुए पुजारी भगवान को राखी बांधेंगे.
रक्षाबंधन पर कई शुभ योग
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य अक्षत व्यास के अनुसार, इस साल रक्षाबंधन का पर्व महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि इस रक्षाबंधन पर सावन का अंतिम सोमवार भी पड़ रहा है, इसलिए यह दिन विशेष रूप से शुभ रहेगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग एवं श्रवण नक्षत्र रहने वाला है. ये योग इस पर्व को और अधिक शुभता प्रदान करेंगे.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:30 बजे के बाद से प्रारंभ हो जाएगा. राखी बांधने के लिए यह समय सबसे उत्तम होगा. इस दौरान राखी बांधने से शुभ फल प्राप्त होंगे और भाई-बहन का रिश्ता मजबूत होगा.
FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 10:48 IST