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कभी लोग देते थे 1 रुपए का दान, अब 38,500 सैलरी, जानें राम मंदिर के मुख्य पुजारी की अनोखी दास्तां


अयोध्या: सरयू तट पर बसी प्रभु राम की नगरी अयोध्या मंदिर और मूर्तियों की वजह से पूरे विश्व में विख्यात है. कहा जाता है अयोध्या की आत्मा प्रभु राम के मंदिर में बसती है. यहां 5 शताब्दियों के संघर्ष के बाद राम जन्मभूमि परिसर में प्रभु राम विराजमान हो चुके हैं, लेकिन प्रभु राम के टेंट से लेकर और भव्य मंदिर निर्माण तक प्रभु राम की सेवा आराधना करने में वाले आचार्य सत्येंद्र दास की कहानी भी बेहद दिलचस्प और भावुक करने वाली है.

आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि कैसे टेंट वास से लेकर प्रभु राम के मंदिर निर्माण तक राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास सेवा आराधना करते हैं. कैसे 100 रुपए से लेकर 38,500 रुपए तक का सफर मुख्य पुजारी ने तय किया. आज हम आपको उन्हीं की कहानी इस रिपोर्ट में बताते हैं.

जानें कब से शुरू की बालक राम की सेवा
साल 1992 में जब विवादित ढांचा गिराए गया, जिसके बाद परिसर में रामलला अस्थाई मंदिर में विराजमान हो गए और तब से पूजा अर्चना शुरू की गई. हालांकि अस्थाई मंदिर में प्रभु राम की सेवा आराधना कौन करेगा. इसको लेकर अयोध्या के मठ मंदिर और प्रशासन ने मिलकर एक पुजारी की नियुक्ति की. तब प्रभु राम के मंदिर में सेवा आराधना के लिए आचार्य सत्येंद्र दास पूजा आराधना करने लगे.

पहले 100 रुपए मिलता था वेतन
उस दौरान आचार्य सत्येंद्र दास को 100 रुपए महिना मिलता था, जिससे वह मंदिर में भोग राग करते थे, लेकिन वक्त बदला समय बदला और आज आचार्य सत्येंद्र दास लगभग 90 साल के हो चुके हैं. इस दौरान प्रभु राम भी विराजमान हो चुके हैं, लेकिन अब प्रभु राम के विराजमान होने के बाद अचार सत्येंद्र दास को राम मंदिर ट्रस्ट 38,500 पर मंथ सैलरी भी दे रहा है. इतना ही नहीं आगामी दिनों में राम मंदिर में पुजारी और सेवादारों को सरकारी नौकरी जैसी सुख सुविधा भी मिलेगी.

जानें अब कितना मिलता है वेतन
इतना ही नहीं राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास अपनी दास्तां बयां करते हुए बताते हैं कि साल 1992 में ढांचा विध्वंस के बाद मुख्य पुजारी का वेतन 100 रुपए प्रति माह था. उस दौरान वह अपने वेतन से प्रभु राम की सेवा आराधना भोग राग करते थे, लेकिन साल 2019 में जब राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया और राम मंदिर ट्रस्ट का गठन हुआ तो गठन होने के बाद ट्रस्ट ने सैलरी को बढ़ा दिया और प्रत्येक साल सैलरी राम मंदिर ट्रस्ट बढ़ाता है. वर्तमान समय में 38,500 मुख्य पुजारी की सैलरी है.

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