देवघर: सावन पूर्णिमा के साथ ही आज सावन का अंतिम सोमवार है, यानी कल से भादो महीने की शुरुआत होने वाली है. पूरे देश में सावन पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन मनाया जाता है. वहीं, सावन पूर्णिमा के दिन शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. देवघर के बाबा धाम में भी भारी भीड़ है. हालांकि, कल से यानी सावन की समाप्ति के बाद बाबा धाम की पूजा व्यवस्था में कुछ बदलाव किए जाएंगे.
सावन महीने में कांवरियों के सुलभ जलार्पण के लिए देवघर जिला प्रशासन द्वारा दो अरघे लगाए जाते हैं. एक बाह्य अरघा तो दूसरा मंदिर के गर्भगृह में लगाया जाता है. पूरे सावन स्पर्श बाबा का स्पर्श पूजन बंद हो जाता है. कांवरिया इसी अरघे के माध्यम से बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक करते हैं. कल से यानी भादो की शुरुआत होते ही दोनों अरघा हटा दिए जाएंगे और स्पर्श पूजन की शुरुआत हो जाएगी. साथ ही कांवरिया फुटओवर ब्रिज से ही कतार में लगकर बाबा बैद्यनाथ की पूजा आराधना कर सकेंगे.
शीघ्रदर्शनम कूपन के दाम होंगे कम!
जब भी कोई प्रमुख पर्व होता है तो शीघ्रदर्शनम कूपन के दाम में बढ़ोतरी कर दी जाती है. पूरे सावन मेंशीघ्रदर्शनम कूपन की कीमत 600 रुपये थी. लेकिन, माना जा रहा है कि सावन समाप्ति के बाद ही इस कूपन की कीमत घटकर 300 रुपये हो जाएगी, यानी भक्त 300 रुपये का कूपन लेकर कम समय मे मंदिर के गर्भगृह मे पहुंच सकेंगे.
कांवरियों की संख्या घटी
सावन महीने की समाप्ति हो जाएगी, लेकिन इससे पहले धीरे-धीरे कांवरियों की संख्या में कमी देखी जाने लगी. सबसे कम भीड़ सावन के अंतिम रविवार को ही देखी गई. इस दिन मात्र 90 हजार कांवरियों ने जलाभिषेक किया. वहीं, आज सावन की अंतिम सोमवार के दिन देवघर जिला प्रशासन के द्वारा आशंका जताया जा रहा है कि मंदिर कपाट बंद होने तक एक से डेढ़ लाख कांवरिये जलाभिषेक करेंगे.
FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 10:44 IST