छत्रपति संभाजीनगर: गोकुलाष्टमी का त्योहार बस कुछ ही दिन दूर है. गोकुलाष्टमी को दहीहांडी कहा जाता है और गोकुलाष्टमी के दूसरे दिन दहीहांडी मनाई जाती है. इस दिन एक व्यंजन ऐसा है जो सभी जगहों पर अनिवार्य रूप से परोसा जाता है और वह है गोपालकाला. छत्रपति संभाजीनगर की डॉक्टर प्रज्ञा तलहार ने बताया है कि सिर्फ 5 मिनट में गोपालकाला कैसे बनाया जाता है.
कैसे बनाएं गोपालकला?
अनार, लाहिया, अनार, सेब (आप किसी भी फल का इस्तेमाल कर सकते हैं.) गीले नारियल के टुकड़े, दही, चने की दाल, खीरा, अचार (आप अपनी पसंद के अनुसार नींबू या करी अचार का उपयोग कर सकते हैं.) मूंगफली, चीनी, नमक, हरी मिर्च, धनिया और तुलसी के पत्ते आवश्यक सामग्री हैं.
गोपालकला बनाने की स्टेप बाई स्टेप रेसिपी
सबसे पहले पोहा को धोकर साफ कर लेना चाहिए. इसके बाद एक बाउल में धुला हुआ पोहा, नीबू, अनार के दाने, सेब का गूदा, गीला नारियल का गूदा और दही डालें. लेकिन ध्यान रहे दही ज्यादा खट्टा नहीं होना चाहिए, थोड़ा सा मीठा दही मिला लें. इसके बाद चने की दाल डालें. लेकिन इस दाल को पहले एक से दो घंटे तक भिगोकर रखें. उसके बाद ही इसे डालें. खीरे को बारीक काट लें. आप इस अचार को मिक्सर में भी पीस सकते हैं. आप इसमें बटर पेस्ट मिला सकते हैं. फिर मूंगफली डालें. आप मूंगफली को भून भी सकते हैं. इसमें स्वादानुसार चीनी और स्वादानुसार नमक डालें और साथ ही बारीक कटी हुई मिर्च, हरा धनियां और तुलसी की पत्तियां भी डाल दें.
तैयार है आपका स्वादिष्ट गोपालकला
इन सभी सामग्रियों को एक साथ अच्छी तरह से मिला लें. फिर ऊपर से अनार के दाने, थोड़ा सा हरा धनिया और तुलसी के पत्ते, जो श्रीकृष्ण को पसंद हैं, छिड़क दें. इस तरह से झटपट केवल 5 मिनट के अंदर बनकर तैयार हो जाता है गोपालकला. तो इस गोकुलाष्टमी पर आप घर पर यह गोपालकला रेसिपी जरूर ट्राई करें.
FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 11:26 IST