अभिषेक जायसवाल/ वाराणसी: गणपति उत्सव की तैयारियां अंतिम दौर में हैं. 7 सितंबर को हर घर में गणपति बप्पा विराजमान होंगे. इस दिन से ही गणेश उत्सव की शुरुआत होगी, जो 10 दिनों तक चलेगा. गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की स्थापना कैसे करनी चाहिए? किस मूर्ति को घर में स्थापित करना चाहिए? क्या है इसके नियम और किस शुभ समय में कलश स्थापना करें? आइये जानते हैं इसके बारे में काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय से…
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस बार गणेश चतुर्थी पर रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है. वैदिक पंचांग के अनुसार सुबह 6 बजकर 2 मिनट पर रवि योग का निर्माण हो रहा है, जबकि दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है.
इस मुहूर्त में करें कलश और मूर्ति की स्थापना
इस दिन अभिजीत मुहूर्त यानी 11 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट के बीच दाएं सूंड़ वाले गणपति जी की खूबसूरत प्रतिमा की स्थापना कर मिट्टी का कलश भी स्थापित करना चाहिए. कलश और मूर्ति स्थापना के बाद वैदिक ब्राह्मणों के मदद से पंचोपचार और षोडशोपचार विधि से उनकी पूजा करनी चाहिए.
इन चीजों का लगाएं भोग
इस दौरान भगवान गणेश को दूर्वा घास, लड्डू, धान का लावा, केला, गन्ना, मोदक का भोग लगाना चाहिए. ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. इसके अलावा गणपति बप्पा भक्तों के सारे विघ्न भी हरते हैं.
जरूर करें इन मंत्रों का जाप
इस दिन घर में गणेश प्रतिमा की स्थापना के बाद भगवान गणेश के मंत्र ‘ॐ गं गणपतये नमो नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके अलावा गणेश चालीसा का पाठ भी आप कर सकते हैं. इससे बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति भी होगी.
FIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 16:53 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.