निर्मल कुमार राजपूत/मथुरा: दूर-दूर से लोग गोवर्धन में पूजा-पाठ के लिए आते हैं. बहुत से लोग यहां से घर जाते वक्त कई चीजें अपने साथ भी ले जाते हैं. जैसे कि गोवर्धन शीला. मगर ऐसा करना आपके लिए भारी पड़ सकता है. ऐसा करने से आपके काम बनने की बजाए बिगड़ सकते हैं. प्रसिद्ध कथाकार अनिरुद्धाचार्य ने इसी बारे में बात करते हुए Bharat.one को बताया.
गोवर्धन से यह चीज न ले जाएं घर
हर दिन गिरिराज जी के दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु आते हैं. इन श्रद्धालुओं में से बहुत से श्रद्धालु यह सोचते कि अपने साथ गोवर्धन पर्वत की शीला ले जाएं. प्रसिद्ध कथाकार अनिरुद्धाचार्य से जब गोवर्धन शीला को ले जाने और अपने घर में स्थापित करने के ऊपर सवाल किया, तो उन्होंने बताया कि गोवर्धन शीला बहुत ही पवित्र है. यहां से गोवर्धन पर्वत शिला को नहीं ले जाना चाहिए. गिरिराज जी की रज और गिरिराज पर्वत की शिला को अगर कोई व्यक्ति ले भी जाता है, तो वह यह समझ कर ले जाता है कि पर्वत की परिक्रमा का पुण्य मिलता है.
पर्वत की शीला घर ले जाने से नहीं मिलता पुण्य
कथाकार अनिरुद्धाचार्य ने यह भी बताया कि गोवर्धन पर्वत की शीला ले जाने से लोगों को बहुत बड़ा पाप लगता है. पर्वत की शिला गोवर्धन से या ब्रज चौरासी कोस से बाहर नहीं ले जानी चाहिए. ऐसा संतों ने हमें बताया है. उन्होंने अभी बताया कि अगर जी भक्त की भावना गोवर्धन गिरिराज जी में है, तो वह गोवर्धन जाकर पर्वत की परिक्रमा करे. उसे फल यहीं आकर मिलता है. गोवर्धन पर्वत की शीला को घर ले जाने से पुण्य नहीं मिलता है.
अगली बार आप जब भी गोवर्धन जाएं, तो इस बात का ख्याल रखें. ऐसा करने से आपके काम बनने की जगह बिगड़ सकते हैं. ऐसा कहना है कथाकार अनिरुद्धाचार्य का.
FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 17:07 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.