उज्जैन. मान्यता के अुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर हुआ था. यही कारण है कि हर साल भाद्र माह की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है. लोग व्रत भी रहते हैं. वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर इस दिन कुछ उपाय कर लिए जाएं तो साल भर लक्ष्मीनारायण का आशीर्वाद मिलता है. उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज ने तुलसी से जुड़ा अचूक उपाय बताया है.
कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष भाद्रपद में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 26 अगस्त को प्रात: 3 बजकर 39 मिनट पर शुरू होकर 27 अगस्त को तड़के 2 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होने वाली है. जन्माष्टमी 26 अगस्त सोमवार को मनाई जाएगी. 26 अगस्त सोमवार को जन्माष्टमी के दिन पूजा का मुहूर्त रात 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक है. यह निशिता मुहूर्त है.
जन्माष्टमी पर करें ये उपाय
1. जन्माष्टमी के दिन तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं और तुलसी माता की 11 बार परिक्रमा करें. माना जाता है कि जो कोई जन्माष्टमी पर ऐसा करता है, उसके जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है.
2. जन्माष्टमी पर पूजन के समय लड्डू गोपाल को माखन का भोग लगाएं तो उसमें तुलसी के पत्ते जरूर डालें. साथ ही भगवान को भी तुलसी पत्ता अर्पित करें. माना जाता है कि जन्माष्टमी के दिन ऐसा करने से आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है.
3. बहुत प्रयास के बाद भी नौकरी या बिजनेस में तरक्की नहीं मिल रही हो तो जन्माष्टमी पर तुलसी माता को लाल रंग की चुनरी चढ़ाएं. ऐसा करते हुए भगवान श्रीकृष्ण से मन ही मन अपनी मनोकामना कहें. मान्यता है कि ऐसा करने से जल्द ही मनोकामना पूरी हो जाती है.
4. जन्माष्टमी के दिन घर में तुलसी का पौधा लगाने से वैवाहिक जीवन में आ रही दिक्कतें दूर हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है. इसके अलावा यह उपाय उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है, जिनकी शादी में दिक्कतें आ रही हैं.
FIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 15:38 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.