देवघर. दीपावली की शुरुआत धनतेरस के दिन से हो जाती है और यह त्योहार पूरे पांच दिनों तक चलता है. धनतेरस का दिन काफी खास और शुभ फलदाई माना जाता है. माना जाता है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर निकले थे. इसलिए भगवान धन्वंतरि की पूजा धनतेरस के दिन करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इसके साथ ही इस दिन माता लक्ष्मी और धन की देवता कुबेर की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए.
धनतेरस के दिन जलाएं दीपक
ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुदगल बताते हैं कि धनतेरस हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का त्यौहार मनाया जाएगा. इस दिन मृत्यु के देवता यम के नाम से प्रदोष काल में दीया भी जलाया जाता है. इससे अकाल मृत्यु का संकट समाप्त हो जाता है.
सिर्फ एक नहीं, 12 दीये जलाएं
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि धनतेरस के दिन एक प्रदोष काल में यम के नाम से घर के दक्षिण दिशा में दीया अवश्य जलाना चाहिए. लेकिन इसके साथ ही और भी बारह दीये अवश्य जलाएं. यानी धनतेरस के दिन कुल 13 दीये घर और उसके आसपास जलाने चाहिए. लेकिन ध्यान रहे कि यम दीया चतुर्मुखी होना चाहिए और बत्ती लाल रंग की ही हो. इसके साथ ही इसमें सरसों का तेल अवश्य डालें. वहीं अन्य दीए घी से भी जला सकते हैं. इससे अकाल मृत्यु का तो संकट समाप्त होगा ही घर में सुख समृद्धि और धन वैभव की भी वृद्धि होगी.
कुबेर बीज मंत्र का जाप
धनतेरस के दिन प्रदोष काल में दीप जलाकर कुबेर बीज मंत्र ” ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कुबेराय नम:” या फिर भगवान कुबेर का अमोघ मंत्र “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥” का जाप एकांत जगह या जहां आप व्यापार करते हैं वहा करें. जातक का व्यापार चल पड़ेगा. व्यापार में मुनाफा ही मुनाफा होगा. धन की वर्षा होने लगेगी.
FIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 13:19 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.