नागौर: नागौर जिले में स्थित भैरू बाबा का मंदिर दंपतियों के लिए खास महत्व रखता है. मान्यता है कि जो दंपति इस मंदिर में जाकर भैरू बाबा के दरबार में प्रार्थना करते हैं, उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती है. यहां की खासियत यह है कि भैरू बाबा की आरती रात 12:00 बजे और गणेश आरती 1:00 बजे होती है.
मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि 2000 साल पहले गर्रा नामक गांव प्राकृतिक आपदा से पूरी तरह नष्ट हो गया था. उसी समय एक छोटा मंदिर भी स्थापित किया गया था. धीरे-धीरे इस क्षेत्र में मारोठ गांव का विकास हुआ, और खुदाई में भैरू बाबा की विशाल मूर्ति प्रकट हुई, जो एक कुंड में स्थापित थी.
हर दिन सैकड़ों भक्त करते है दर्शन
नांवा-कुचामन-नागौर रोड पर मारोठ गांव की मुख्य सड़क पर भैरू बाबा का भव्य मंदिर स्थित है. मंदिर में लगभग 5000 भक्त एक साथ बैठने की क्षमता वाली विशाल भवनशाला है, और यहां एक सुंदर बगीची भी है. मंदिर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है, और हर दिन सैकड़ों भक्त दर्शन के लिए आते हैं.
भैरू मंदिर की लोकप्रियता
मुख्य पुजारी बाबूलाल ने बताया कि हर रविवार हजारों भक्त मंदिर में आते हैं. यहां किडनी, कैंसर, और भूत-प्रेत के इलाज की भी व्यवस्था है. नि:संतान दंपति यहां संतान प्राप्ति की कामना करते हैं, और बहुत से भक्तों का कहना है कि बाबा के आशीर्वाद से उनका इलाज हो जाता है.
विशेष बकरा शाला
राजस्थान में इस मंदिर द्वारा संचालित सबसे बड़ी बकरा शाला है, जहां बकरों की बलि नहीं दी जाती. इसके बजाय, यहां बकरों को पालने के लिए एक विशाल बकरा शाला बनाई गई है. मंदिर के व्यवस्थापक बताते हैं कि भक्त यहां बकरा छोड़ जाते हैं, और मंदिर प्रबंधन कमेटी उन बकरों की देखभाल करती है.भैरू बाबा का यह मंदिर श्रद्धा और विश्वास का केंद्र बन चुका है, जहां हर साल हजारों लोग अपनी समस्याओं का समाधान करने के लिए आते हैं. यह मंदिर दंपतियों के लिए संतान सुख का एक महत्वपूर्ण स्थल बन गया है.
FIRST PUBLISHED : September 26, 2024, 15:18 IST
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