देवघर: तुलसी का एक अपना खास महत्व है. हिंदू धर्म में तुलसी को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है. माना जाता है कि जिस घर में तुलसी विराजमान होती है, उसे घर में कभी भी नकारात्मक ऊर्जा का संचार नहीं होता घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है. क्योंकि तुलसी को माता लक्ष्मी का रूप माना गया, इसलिए हर रोज तुलसी की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए. जल के साथ तुलसी में क्या अर्पण करें, ताकि आपके घर में हमेशा खुशहाली बनी रहे और माता लक्ष्मी की कृपा से कभी भी आर्थिक समस्या उत्पन्न ना हो. जानते है देवघर के ज्योतिषाचार्य से.
क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि हर माह में तुलसी पूजन का एक अपना अलग ही महत्व होता है. जिससे पूजा का लाभ भी अलग ही होता है. भादो महीने में हर रोज तुलसी के अलावे और भी कई चीजों का अर्पण करना चाहिए, ताकि घर में बिल्कुल भी दरिद्रता ना आये और हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो.
भाद्रपद महीने में तुलसी में करें इन चीजों का अर्पण
भाद्रपद महीने में तुलसी में हर रोज तो पानी अवश्य अर्पण करना चाहिए. इसके साथ ही जैसे
दूध: तुलसी में दूध अर्पण करने से घर में हमेशा शांति का माहौल बना रहता है.
चन्दन : स्नान करने के बाद भाद्रपद महीने में हर रोज तुलसी के पौधे में चंदन का छिड़काव अवश्य करें इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर भागती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
केसर : भाद्रपद महीने में तुलसी के पौधे में अगर हर रोज केसर का अर्पण करते हैं तो लक्ष्मी प्रसन्न होगी और इससे घर की तिजोरी भरी रहेगी.
कपूर : भाद्रपद महीने में तुलसी के पौधे में संध्या के समय हर रोज कपूर का दिया जलाना चाहिए. इससे घर का सभी दोष दूर होता है.
कलावा : भाद्रपद महीने में तुलसी के पौधे में महीने में एक बार कलावा अवश्य बांधे. कलावा बांधने से घर में देवी की कृपा बनी रहती है.
इस दिन ना तोड़े तुलसी पत्ते
जिस तरह सोमवार के दिन बेलपत्र को नहीं तोड़ना चाहिए, उसी तरह किसी एकादशी या रविवार के दिन तुलसी को तोड़ना नहीं चाहिए. इससे माता लक्ष्मी नाराज हो सकती है. आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकता है.
FIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 16:51 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.