देवघर: हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास महत्व रखता है. इस दिन सुहागिनें पति की लंबी उम्र की कामना लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा निर्जला व्रत रखकर करती हैं. हरतालिका तीज का व्रत बेहद कठिन भी है, क्योंकि इसमें बिना अन्न-जल ग्रहण करें महिलाओं को 24 घंटे का उपवास करना होता है. लेकिन, कई बार नव विवाहिताएं कुछ ऐसी गलतियां कर जाती हैं, जिनका प्रभाव गलत पड़ता है.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one को बताया कि हर साल हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. इस साल 6 सितंबर को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाएगा. विशेष कर नव विवाहित महिलाएं इस दिन रात भर जागरण कर चार पहर में भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करती हैं. लेकिन, कुछ चीज ऐसी हैं जिसको करने से इस सुहागिनों को बचाना चाहिए अन्यथा व्रत निष्फल हो जाएगा.
हरतालिका तीज पर न करें ये काम
1. काले रंग की वस्तु का उपयोग: ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि हरतालिका तीज पर महिलाएं सोलह श्रृंगार कर तैयार होती हैं. इन श्रृंगार में काले रंग की वस्तुओं का उपयोग भूल कर भी नहीं करना चाहिए, जैसे काली साड़ी, काली बिंदी, काली चूड़ियां आदि.
2. वाद विवाद से बचें: सुहागिन महिलाएं उस दिन किसी से भी वाद विवाद बिल्कुल न करें. खासकर पहली बार व्रत करने वाली नव विवाहिताओं को विवाद से दूर रहना चाहिए.
3. पहले गणेश जी का पूजन: हरतालिका तीज पर कई लोग सिर्फ भगवान शिव और माता पार्वती की ही पूजा करते हैं. लेकिन, माना गया है कि इन दोनों की पूजा से पहले भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए, तभी पूजा सफल मानी जाती है.
4. रात्रि में सोए नहीं: हरतालिका तीज पूजा के दौरान रात्रि में जागरण करना चाहिए और कथा सुननी चाहिए. खासकर नवविवाहित महिलाएं बिल्कुल भी हरतालिका तीज की रात में न सोयें, अन्यथा आपका व्रत निष्फल हो जाएगा.
5. पारण में तामसिक भोजन न करें: हरतालिका तीज के दूसरे दिन व्रत का पारण किया जाता है, लेकिन यह पारण तामसिक भोजन खाकर बिल्कुल भी न करें. माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा में जो भोग लगाया जाता है, उसी भोग का सेवन कर व्रत का पारण करें.
FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 16:38 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.







