Agency:Bharat.one Himachal Pradesh
Last Updated:
Kangra News: इस मंदिर में एक अद्भुत मान्यता है जहां शिवलिंग पर प्राकृतिक रूप से पानी टपकता रहता है. यह रहस्यमयी मंदिर पांडवों की तपस्या से जुड़ा हुआ है.

बाबा जलाधारी मंदिर
हाइलाइट्स
- बाबा जलाधारी मंदिर में शिवलिंग पर प्राकृतिक रूप से पानी टपकता है।
- पांडवों की तपस्या से जुड़ा है कांगड़ा का रहस्यमयी मंदिर।
- शाम को मांगी गई मन्नत सुबह पूरी होने की मान्यता है।
कांगड़ा. हिमाचल प्रदेश के पालमपुर से 28 किलोमीटर दूर क्यारवां के पास स्थित बाबा जलाधारी मंदिर अपनी मान्यताओं के लिए बहुत प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि द्वापर युग में पांडवों ने यहां तपस्या की थी. दूर-दूर से लोग बाबा जलाधारी के दर्शन करने आते हैं, क्योंकि मान्यता है कि शाम को मांगी गई मन्नत सुबह पूरी हो जाती है.
मंदिर की कहानी
मंदिर से जुड़ी कहानी तब सामने आई जब चौड़ी दा लाहेड गांव का श्यामू नाम का युवक शिकार के लिए एक गुफा में गया और वापस नहीं लौटा. श्यामू के परिवार ने उसका श्राद्ध किया, तभी उसकी अंधी मां को बांसुरी की धुन सुनाई दी, जो श्यामू की लग रही थी. जब लोगों ने पहाड़ी पर जाकर देखा तो सच में श्यामू ही था. चार साल तक वह कहां रहा, यह बताना उसके लिए संभव नहीं था।.उसकी पत्नी की जिद पर उसने घर आकर सारी कहानी सुनाई और फिर प्राण त्याग दिए. इस घटना के बाद लोगों को उस रहस्यमयी गुफा की दिव्यता का पता चला. कहा जाता है कि वहां कभी दूध निकलता था, लेकिन एक यात्री ने उस दूध की खीर खा ली, तब से वह दूध पानी में बदल गया.
रहस्यमयी गुफा में शिवलिंग
प्राकृतिक रूप से बनी इस गुफा में आज भी शिवलिंग पर पानी टपकता रहता है. यह गुफा इतनी बड़ी है कि हजारों लोग एक साथ बैठ सकते हैं. दूर-दूर से लोग यहां आते हैं और यह मंदिर अत्यंत रमणीय और मनमोहक है. यहां सभी धार्मिक पर्व धूमधाम से मनाए जाते हैं, खासकर शिवरात्रि और जन्माष्टमी का पर्व विशेष रूप से देखने लायक होता है. मान्यता है कि यहां शाम को मांगी गई मन्नत सुबह पूरी हो जाती है.
श्रद्धालुओं की राय
पालमपुर से मंदिर के दर्शन करने आए श्रद्धालु अनिल ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ बाबा जलाधारी के दर्शन करने आए हैं और उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लगा. अनिल ने कहा कि सभी को यहां आना चाहिए और मंदिर का इतिहास जानना चाहिए. उन्होंने बताया कि मंदिर की मान्यताओं के अनुसार यहां मन्नत मांगने से वह जल्दी पूरी होती है.
Kangra,Himachal Pradesh
February 05, 2025, 15:16 IST
स मंदिर में टप-टप गिरता है जल, खुद होता है शिवलिंग का जलाभिषेक!
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.