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राजस्थान के इस मंदिर में सात शनिवार परिक्रमा करने से कुंवारे युवक-युवतियों का तय हो जाता है रिश्ता-In-this-temple-of-rajasthan-after-seven-parikrma-the-unmarried-boys-and-girls-gets-married

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अजमेर. नया बाजार स्थित मराठा कालीन अर्ध चंदेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में कुंवारे युवक युवतियों के हमसफर पानी की मनोकामना पूर्ण होती है. मंदिर के पुजारी बताते हैं की सदियों से यहां विराजे हनुमान जी सगाई वाले बालाजी के नाम से विख्यात है.सगाई वाले बालाजी की महिमा सुनकर लोग दूर-दूर से बालाजी से मन्नतें मांगने आते हैं

भगवान शिव की पंचमुखी मूर्ति भी है स्थापित
मंदिर परिसर में भगवान शिव की पंचमुखी मूर्ति भी स्थापित है जिसका अलग-अलग पूजन होता है व अलग-अलग प्रकार से श्रृंगार होता है ,मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर परिसर में कुआं है उसी के जल से भगवान का अभिषेक व स्नान कराया जाता है बाहर का जल मंदिर में नहीं चढ़ाया जाता है.

सात शनिवार करनी पड़ती है परिक्रमा
मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर में शनिवार को दर्शन के साथ गुड़ चने और पान का बीड़ा उन्हें अर्पित करने के बाद परिक्रमा ली जाती है. सात शनिवार को दोपहर 12:15 बजे ऐसा करने पर जल्द ही कुंवारे युवक युवतियों को शुभ समाचार मिलते हैं.

मनोकामना पूरी होने पर करते हैं प्रसादी
मंदिर के पुजारी ने बताया कि जब किसी कि मनोकामना पूरी होती है तो वह अपनी इच्छा अनुसार मंदिर में प्रसादी व भजन कीर्तन काआयोजन करवाते हैं

कई सालों से कर रहे हैं सेवा
मंदिर के पुजारी श्याम सुंदर शुक्ला ने बताया कि वह 35 सालों से मंदिर की सेवा कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि दूर-दूर से लोग बालाजी के दर्शन करने के लिए आते हैं और बहुत लोगों की मनोकामना पूर्ण होती है.

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