Sunday, September 28, 2025
26 C
Surat

अमावस्या पूजा पर 100 किलो फलों से सजाया गया मंदिर, भक्तों की अलौकिक श्रद्धा


प्राचीन समय से ही दीपावली और अमावस्या के अवसर पर व्रत रखने का प्रचलन रहा है. ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से परिवार में खुशहाली और समृद्धि आती है. इस मान्यता के चलते लोग इसे बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं, विशेष रूप से महिलाएं इस व्रत का पालन करती हैं ताकि उनके परिवार पर हमेशा देवी-देवताओं की कृपा बनी रहे.

व्रत की तैयारी और पूजा का महत्व
व्रत रखने वाली परिवार की महिलाएं तड़के उठकर सबसे पहले अपने घर की सफाई करती हैं और फिर स्नान कर व्रत का संकल्प लेती हैं. इस व्रत में वे पूरे दिन बिना कुछ खाए रहती हैं और शाम को पूजा की तैयारी करती हैं. अदिरसम (एक विशेष मीठा पकवान) तैयार करती हैं, जो इस व्रत का मुख्य प्रसाद माना जाता है. इसके बाद वे अपने निकट के मंदिर में जाकर भगवान का आशीर्वाद लेती हैं और फिर घर में भगवान को भोग लगाकर व्रत का समापन करती हैं.

परिवार के अन्य सदस्यों का योगदान और विशेष पकवान की तैयारी
इस विशेष दिन पर परिवार के सभी सदस्य मांसाहार से परहेज करते हैं और भगवान को भोग लगाने के लिए परंपरागत ढंग से अदिरसम बनाते हैं. इस पकवान को बनाने के लिए नए लकड़ी के चूल्हे, मिट्टी के बर्तन और पतीले का उपयोग किया जाता है, जिससे पकवान का पवित्रता बनी रहती है और देवी-देवताओं को प्रसन्न किया जा सके.

मुथु मारियम्मन मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना
पुडुचेरी के प्रसिद्ध मुथु मारियम्मन मंदिर में अमावस्या व्रत के उपलक्ष्य में विशेष पूजा और श्रृंगार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर देवी को 100 किलो फलों से सजाया गया, जिसमें सेब, संतरा, मौसंबी, अनार, अंगूर, तरबूज जैसे फल शामिल थे. लगभग पांच घंटे तक देवी के इस विशेष श्रृंगार के साथ भक्तों को दर्शन का लाभ मिला और अंत में विशेष आरती की गई. भक्तों ने बड़ी श्रद्धा के साथ माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया.

भक्तों की श्रद्धा और सामूहिक पूजा
अमावस्या के इस पावन अवसर पर दूर-दूर से भक्त माँ अम्मन के दर्शन करने मंदिर पहुंचे. विशेष रूप से सुहागिन महिलाएं अपने परिवार के साथ आईं और व्रत की समाप्ति पर मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस सामूहिक पूजा में परिवार की समृद्धि और कल्याण की कामना की गई.

आयोजन समिति द्वारा किए गए प्रबंध और प्रसाद वितरण
इस आयोजन के लिए मंदिर ट्रस्टी और क्षेत्र के युवाओं ने मिलकर कार्यक्रम की व्यवस्था की. मंदिर प्रशासन ने बताया कि देवी को अर्पित किए गए 100 किलो फलों को प्रसाद रूप में गरीब और जरूरतमंद लोगों में वितरित किया गया. इस सेवा कार्य से भक्तों ने भी संतुष्टि महसूस की और आयोजन को सराहा.

Hot this week

Topics

Vastu rules for Grih Pravesh in Navratri

Last Updated:September 28, 2025, 16:13 ISTNavratri Griha Pravesh...

Sabudana Dhokla Recipe। साबूदाना ढोकला रेसिपी

Sabudana Dhokla Recipe: नवरात्रि का समय खास होता...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img