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Islam Sects: अलीगढ़ के मौलाना इफराहीम हुसैन ने बताया कि इस्लाम में 73 फिरके हैं, लेकिन सिर्फ वही जन्नत में जाएंगे जो नबी मोहम्मद और सहाबा के रास्ते पर चलेंगे.
अलीगढ़. इस्लाम में मुसलमानों के कई अलग-अलग फिरके यानी संप्रदाय या समूह हैं. कहा जाता है कि मुस्लिम समुदाय में कुल 73 तरह के फिरके होंगे, लेकिन इन सभी में से सिर्फ एक ही फिरका ऐसा होगा, जो सही रास्ते पर चलकर जन्नत में जाएगा. फिरका दरअसल उस समूह या संप्रदाय को कहा जाता है, जो किसी विशेष धार्मिक दृष्टिकोण के अनुसार चलता है. आज हम अलीगढ़ के मौलाना साहब से जानेंगे कि वह कौन सा फिरका है, जो असली रास्ते पर चलकर जन्नत हासिल करेगा.
जानकारी देते हुए अलीगढ़ के मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना इफराहीम हुसैन ने बताया कि इस्लाम में, प्यारे नबी मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि मेरी उम्मत में 73 फिरके होंगे जिनमें से केवल एक ही कामयाब होगा. उस कामयाब फिरके के बारे में बताया गया कि वे लोग मेरे और मेरे सहाबा के रास्ते पर अमल करेंगे. यानी हूबहू उसी तरह से ईमान और अमल को फॉलो करेंगे. मौजूदा समय में विभिन्न फिरके और जमातें मौजूद हैं, जैसे वबंदी, बरेली, अहले हदीस, कादियानी और शिया आदि. लेकिन जो प्यारे नबी और सहाबा के तरीकों पर अमल नहीं कर रहे, उनके काम को असली इत्तेबा यानी आज्ञा का पालन करना नहीं कहा जा सकता.
मौलाना ने बताया कि इनमें से जो लोग गरीब, यतीम, मिसकीन और कमजोर वर्ग की मदद करने में मेहनत और लगन दिखाते हैं, उनका योगदान समाज में अमली तौर पर दिखाई देता है.फिर भी, बहुत कम लोग ही ऐसे हैं जो पूरी तरह से प्यारे नबी और सहाबा के तरीकों पर काम कर रहे हैं. जो लोग नेक और ईमानदार हैं और जिन्होंने अमल किया है, वे ही जन्नत में जाएंगे. सभी जमातों और फिरकों में से केवल कुछ लोग ही जन्नत में शामिल होंगे. हिंदुस्तान के अलावा पूरी दुनिया में भी अलग-अलग देशों में विभिन्न फिरके मौजूद हैं. लेकिन यह जरूरी नहीं कि सभी लोग एक ही तरीके पर हों. सबकी जमातें और मठ अपनी दृष्टि और समझ के अनुसार बनी हैं. पूरी दुनिया भर की उम्मत में यह मतभेद पाए जाते हैं.

पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 में नई दुनिया अखबार से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों …और पढ़ें
पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 में नई दुनिया अखबार से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों … और पढ़ें