Agency:Bharat.one Uttar Pradesh
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बरेली का मणिनाथ मंदिर महाभारत काल का प्राचीन मंदिर है, जहां कुएं से दूध निकलने पर शिवलिंग प्रकट हुआ. भक्तों की मान्यता है कि भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
मणिनाथ मंदिर बरेली.
हाइलाइट्स
- मणिनाथ मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है.
- मंदिर के कुएं से पानी की जगह दूध निकला था.
- भक्त सोमवार को मन्नत की अर्जी लगाने आते हैं.
बरेली: देवों के देव महादेव की नगरी बरेली में भगवान भोलेनाथ के प्राचीन मंदिरों की बहुत मान्यताएं हैं. इनमें से एक प्रमुख मंदिर है मणिनाथ मंदिर, जो अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है. यह मंदिर महाभारत काल का मंदिर है, जिसे लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं.
मणिनाथ मंदिर का इतिहास यह है कि यहां कुछ समय पहले एक कुआं खुदवाया गया था, जिसका उद्देश्य पानी प्राप्त करना था, लेकिन वहां से पानी की बजाय दूध निकला. इसके बाद भगवान भोलेनाथ अर्थात महादेव का शिवलिंग प्रकट हुआ और तभी इस मंदिर का नाम मणिनाथ मंदिर पड़ा. इस घटना के बाद से मंदिर की मान्यता और भी बढ़ गई. इस मंदिर में हर सोमवार को भक्त अपनी अर्जी लगाने आते हैं और भोलेनाथ उनकी हर मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
मंदिर की है काफी मान्यता
मणिनाथ मंदिर के महंत ने Bharat.one से बातचीत करते हुए बताया कि इस मंदिर की मान्यता यह है कि जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा से भगवान भोलेनाथ के चरणों में अपनी अर्जी लगाता है, भगवान भोलेनाथ उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. बताया कि जब यहां पानी पीने के लिए कुआं खुदवाया गया तो कुएं से पानी की जगह दूध निकलने लगा और यहीं पर शिवलिंग प्रकट हुआ. जिसके बाद एक नाग-नागिन का जोड़ा कई सालों तक उस शिवलिंग की रक्षा करता रहा, जिससे मंदिर की मान्यता और बढ़ गई.
भक्तों का क्या है कहना
मणिनाथ मंदिर में दर्शन करने आए भक्तों ने भी इस बारे में अपनी श्रद्धा व्यक्त की. उन्होंने बताया कि वे कई सालों से यहां भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने आ रहे हैं और हर बार उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
इस प्रकार, मणिनाथ मंदिर बरेली का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहां श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास व्यक्त करने आते हैं, और यहां की मान्यताएं उन्हें आस्था और सुख-शांति प्रदान करती हैं.
Bareilly,Uttar Pradesh
February 23, 2025, 18:41 IST
इस मंदिर में कुएं से निकला था शिवलिंग, बहता था चमत्कारी दूध..







