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उत्तराखंड में रहती हैं यमराज की बहन, इस दिन हर साल यहां आते हैं मृत्यु देवता, वजह कर देगी हैरान


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Bhai Dooj 2025 : उत्तराखंड से हिंदू धर्म के सभी देवताओं का गहरा नाता रहा है. शनि देव के बड़े भाई यमराज का भी उत्तराखंड से गहरा रिश्ता है, जिसे निभाने के लिए वह हर साल यहां आते हैं. उत्तरकाशी के पास यम गुफा बेहद प्रसिद्ध है.

हरिद्वार. शनि देव के बड़े भाई और धर्म स्थापना करने वाले धर्मराज यमराज हर साल उत्तराखंड का दौरा करते हैं और कुछ ही घंटे बाद लौट जाते हैं. देवों की भूमि उत्तराखंड अपनी धार्मिकता को लेकर देश के साथ पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. उत्तराखंड से हिंदू धर्म के सभी देवी देवताओं का गहरा नाता रहा है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, शनि देव के बड़े भाई यमराज का भी उत्तराखंड से गहरा रिश्ता है, जिसे निभाने के लिए वह हर साल यहां आते हैं. उत्तराखंड में चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री है. यहां यमराज की एक प्राचीन गुफा भी है, जो उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में नचिकेता ताल के पास यम गुफा के नाम से प्रसिद्ध है.

बेहतर स्वास्थ्य, मंगल कामना

वैदिक पंचांग के अनुसार, दीपावली कार्तिक अमावस्या को होती है, जिसके दो दिन बाद बहन भाई के प्रेम को समर्पित भैया दूज त्योहार मनाया जाता है. रक्षाबंधन के जैसे ही भैया दूज का पर्व होता है, जिसमें बहने अपने भाई के बेहतर स्वास्थ्य, मंगल कामना और लंबी उम्र की कामना करती हैं. धर्मराज यानी यमराज की बहन भी उत्तराखंड में रहती हैं, इसलिए वह हर साल दिवाली के दो दिन बाद उत्तराखंड अपनी बहन से मिलने आते हैं.

यमुना में स्नान

हरिद्वार के विद्वान धर्माचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि यमराज शनिदेव के बड़े भाई और सूर्य देव के पुत्र हैं, जिनकी बहन यमुना है. हिंदू धर्म में यमुना को मां का दर्जा दिया गया है, जिनका उद्गम स्थल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री से है. प्राचीन समय से ही यमराज अपनी बहन से मिलकर भैया दूज जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं, इस पर्व को मनाने आते हैं. यमराज अपनी बहन से मंगल तिलक करवाकर अपने लोक लौट जाते हैं. इस दिन यमुना में स्नान करने और घर के बाहर दीपक जलाने का विशेष महत्त्व बताया गया है.

भैया दूज कब

भैया दूज यानी यम द्वितीया का पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. ठाकुर पंचांग के अनुसार, 22 अक्टूबर की रात 8:17 से द्वितीया तिथि की शुरुआत हो जाएगी जो 23 अक्टूबर की रात 10:46 तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार यम द्वितीया यानी भैया दूज का पर्व 23 अक्टूबर बृहस्पतिवार को होगा.

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Priyanshu Gupta

Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें

Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu… और पढ़ें

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उत्तराखंड में रहती हैं यमराज की बहन, इस दिन हर साल यहां आते हैं मृत्यु देवता

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