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कब से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि? अयोध्या के ज्योतिषी से जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

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Agency:Bharat.one Uttar Pradesh

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Chaitra Navratri 2025 Date : हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का पर्व बेहद खास है. चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा होती है. धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त इस व्रत का पालन करते हैं उन्ह…और पढ़ें

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चैत्र नवरात्रि

हाइलाइट्स

  • चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से 7 अप्रैल तक होगी.
  • पहले दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करें.
  • नवरात्रि में प्याज-लहसुन से परहेज करें.

अयोध्या: सनातन धर्म में देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों की आराधना नवरात्रि के दौरान किया जाता है. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है जिसमें एक चैत्र नवरात्रि दूसरा शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि शामिल हैं. चैत्र नवरात्रि का पर्व बहुत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है. यह 9 दिनों तक चलता है, जब भक्त कठिन उपवास रखते हैं और मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की विधिवत आराधना करते हैं. चैत्र नवरात्रि हिंदुओं के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसका समापन राम नवमी के दिन होता है. ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त इस दौरान सच्ची श्रद्धा से सभी पूजा विधि का पालन करते हुए माता रानी विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करते हैं उन्हें सदैव माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. तो चलिए इस रिपोर्ट में विस्तार से समझते हैं कि कब से शुरू हो रहा चैत्र नवरात्रि और इस बार चैत्र नवरात्रि में माता रानी की सवारी क्या होगी.

दरअसल, अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 4:27 पर होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होगी और इसका समापन 07 अप्रैल, को होगा.

चैत्र नवरात्रि में करें ये काम
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि नवरात्रि के दिनों में भक्त सुबह उठकर पवित्र स्नान करें. फिर मंदिर की सफाई अच्छी तरह से करें. मां दुर्गा के सामने व्रत का संकल्प लें. मुहूर्त के अनुसार, कलश स्थापित करें. मां दुर्गा की विधिवत पूजा-अर्चना करें. पहला दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित होता है, तो उन्हें चमेली के फूल, चावल, शृंगार की सामग्री, मिठाई, फल और कुमकुम अर्पित करें. आरती से पूजा की समाप्ति करें. नवरात्रि के दौरान प्याज और लहसुन जैसी तामसिक चीजों से परहेज करें. घर पर सात्विक भोजन ही बनाएं.

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कब से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि? जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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